विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। नेहरू नगर स्थित सरस्वी विद्या मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं का आना दोपहर एक बजे से ही शुरू हो गया था, ढ़ाई बजे तक कार्यक्रम स्थल की ज्यादातर कुर्सियां भर गई थी। मंच पर जनप्रतिनिधि और वक्ता एक-एक कर भाषण देकर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा रहे थे, लेकिन उनको इंतजार योगी आदित्यनाथ के आगमन का था। वह शाम चार बजे तक नहीं पहुंचे। ऐसे में समय जिस तरह से आगे बढ़ रहा था, कार्यकर्ताओं की परेशानी और योगी के
आगमन का इंतजार भी उसी तरह बढ़ रहा था।
ऐसे में शाम पांच बजे सांसद अतुल गर्ग ने माइक थामा और मजाकिया अंदाज में यह कहते हुए कार्यकर्ताओं की परेशानी को दूर करने का प्रयास किया कि मैं ही वह अपराधी हूं, जिसके कारण आप आज यह तकलीफ उठा रहे हैं। क्योंकि उनके सांसद बनने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य के पद से इस्तीफा देने के बाद ही अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
इस्तीफा दिया तो उपचुनाव में कोई टिकट लेने को तैयार नहीं: गर्ग
उन्होंने कहा कि सांसद बनने के बाद जब मैंने विधानसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दिया तो उपचुनाव में कोई टिकट लेने को तैयार नही था, हर कोई कह रहा था कि अतुल गर्ग तो पांच साल के लिए विधायक बने और हम दो साल के लिए बनेंगे, ऐसे में जहर के प्याले की माला महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने अपने गले मे लटकाई है। ऐसे में उनको जीत दिलाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को मेहनत से कार्य करना है।
गाजियाबाद में सही मायने में विकास वर्ष 2017 के बाद हुआ: गर्ग
उन्होंने कहा कि गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र में सही मायने में विकास वर्ष 2017 के बाद हुआ है। यहां पर सरकारी अस्पताल बने, एक्सप्रेसवे बना है। पहले भीमनगर, शांति नगर, लट्ठमार सहित कई कॉलोनियों में सीवर लाइन नहीं थी, अब सीवर लाइन है। अस्पताल में अब एक्स-रे की रंगीन रिपोर्ट मिलती है। छह करोड़ के विकास कार्य स्वीकृत हो गए थे, जो उनके इस्तीफा देने के बाद रुके हैं। वह अगले छह माह में पूरे होंगे। इस दौरान ही कार्यक्रम स्थल पर योगी का आगमन हो गया और योगी जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हुए, जिसे देखकर लगा कि सांसद के संबोधन और योगी को देखकर कार्यकर्ता अपनी परेशानी भुला चुके थे।