विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया गया. सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ महोत्सव का समापन किया. 36 घंटे के निर्जला व्रत के समापन पर विभिन्न घाटों पर खूब रौनक रही. भोर में ही लोग घाटों पर एकत्र हो गए थे.
कई घाट दीयों की रोशनी से जगमग किए गए थे. सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया. इसके बाद व्रत के समापन पर ठेकुआ का प्रसाद बांटा गया. नोएडा सेक्टर 71 स्थित घाट पर श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया. आईटीओ स्थित यमुना किनारे छठ घाट पर पूजा अर्चना की गई. इस दौरान छठ घाट पर एनडीआरएफ की टीम तैनात रही. उधर, सेक्टर 21 ए स्थित नोएडा स्टेडियम में बने घाट पर श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद इस महापर्व का समापन किया.
दिल्ली-एनसीआर में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया गया. सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ महोत्सव का समापन किया. 36 घंटे के निर्जला व्रत के समापन पर विभिन्न घाटों पर खूब रौनक रही. भोर में ही लोग घाटों पर एकत्र हो गए थे.
कई घाट दीयों की रोशनी से जगमग किए गए थे. सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया. इसके बाद व्रत के समापन पर ठेकुआ का प्रसाद बांटा गया. नोएडा सेक्टर 71 स्थित घाट पर श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया. आईटीओ स्थित यमुना किनारे छठ घाट पर पूजा अर्चना की गई. इस दौरान छठ घाट पर एनडीआरएफ की टीम तैनात रही. उधर, सेक्टर 21 ए स्थित नोएडा स्टेडियम में बने घाट पर श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद इस महापर्व का समापन किया.
36 घंटे का निर्जला उपवास
दिल्ली के आईटीओ चिराग दिल्ली मालवीय नगर रोहिणी द्वारका पटपड़गंज जैसी दिल्ली के अलग-अलग जगह पर कृत्रिम घाटों पर लोगों ने छठ महापर्व को मनाया. बता दें कि छठ महापर्व चार दिनों तक चलता है. इस दौरान व्रती महिलाओं को कई नियमों का पालन करना होता है. पहले दिन नहाय खाय होता है जिसमें व्रती को स्नान कर सात्विक आहार खाना होता है. दूसरे दिन खरना होता है इस दिन शाम के समय गुड़, दूध और चावल वाली खीर बनाई जाती है. खरना के दिन पूरा दिन निर्जला व्रत रखा जाता और शाम के समय खीर खाकर 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू करती हैं.
छठ कहां मनाया जाता है
पारंपरिक रूप से छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मनाया जाता है लेकिन पिछले कुछ सालों में इसका विस्तार देश के अन्य हिस्सों खासतौर से उन स्थानों में भी हो गया है जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की अच्छी खासी तादाद है. पूर्वांचलवासियों के लिए छठ पूजा विशेष त्योहार है.
दिल्ली में महापर्व के मद्देनज़र सुरक्षा चाक चौबंद
राजधानी दिल्ली में छठ महापर्व के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही. छठ घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए. दिल्ली पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया. सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी गई. उत्तर पूर्वी दिल्ली जिला में छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए. छठ घाटों की ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में छठ महापर्व पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था है, चौकस नज़र रखी जा रही है.
ड्रोन से रखी जा रही है नज़र
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े इंतजामों के साथ सभी छठ-घाटों पर ड्रोन से भी नज़र रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण घाटों पर स्कैनर लगाए गए हैं, लोगों की जांच पड़ताल के बाद ही एंट्री दी जा रही है. इसके अलावा छठ घाट ऊपर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे छपे छपे पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने बताया की पूजा आयोजकों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है. थाना सीलमपुर, सोनिया विहार, दयालपुर व गोकलपुरी के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार जांच की जा रही है. इसमें आपका सहयोग अपेक्षित है.
छठ स्वयंसेवकों के साथ बैठक
उन्होंने बताया की इससे पहले डीसीपी/कार्यालय परिसर,सीलमपुर में छठ पूजा आयोजकों,अमन/नागरिक भाईचारा समिति के सदस्यों और स्वयंसेवकों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में पूजा के दौरान भीड़ प्रबंधन व छठ व्रतियों की सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की गई.
छठ पर देवेंद्र यादव का ट्वीट
देवेंद्र यादव ने भी छठ के शुभ अवसर पर शुभ शुभकामनाएं दी उन्होंने ट्वीट किया कि “#छठ_पूजा के पावन अवसर पर #नरेला में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर समस्त श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी एवं सबकी सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की”