विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । दीपावली के बाद पूरा देश जहां भैया- दूज के त्योहार की खुशी में डूबा था। तब उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की डासना जेल में रविवार की छुट्टी होने के बावजूद जेल में बंद कैदियों से मिलने आने वाली बहनों के लिए खुली मुलाकात का प्रबंध किया गया। इस दौरान सुरक्षा के भी मजबूत प्रबंध किए गए। जेल पुलिस के अलावा इस काम में स्थानीय पुलिस भी लगी । साथ ही आने वाली बहनों के लिए पौष्टिक नाश्ते का इंतजाम भी किया गया है। गाजियाबाद की डासना जेल के अधिक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर रविवार की छुट्टी होने के बावजूद जेल में बंद कैदियों की बहनें, भैया- दूज के पर्व पर जेल के अंदर खुली मुलाकात की।
जेल अधिकारीयों ने बताया कि 5000 से अधिक बहनें अपने भाई को टीका करने जेल में आई । इस दौरान उनको किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए जेल प्रशासन के सभी कर्मचारी बेहद नम्रता से उनके साथ पेश आएं। इस मौके पर महिलाओं की लंबी लाइन जिला जेल के बाहर देखने को मिली । इस दौरान किसी भी धर्म की महिला को भाई से मिलने की रोक नहीं रही। कुछ महिलाएं इस अवसर पर अपने बेटों से मिलने आई तो कुछ अपने भाई से।
इससे पहले डासना जेल में बंदियों ने दिवाली का जश्न मनाया था । जेल मंत्री दारा सिंह चौहान और डीजी जेल पीवी रामशास्त्री की मौजूदगी ने इस मौके को और खास बना दिया था । इस मौके पर आयोजित तमाम कार्यक्रमों के साक्षी बनने के अलावा जेल मंत्री ने रेडियो परवाज से भी बंदियों को संबोधित किया। जेल मंत्री ने बंदियों को :हैप्पी दिवाली बोलने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश देते हुए कहा कि योगी जी ने जेलों में दीवाली का त्यौहार धूमधाम से मनाने का संकल्प लिया था। इस मौके पर दारा सिंह ने बंदियों के बच्चों को उपहार देकर दुलारा भी।
जेल मंत्री ने आर्ट गैलरी की खूब तारीफ की
दिवाली के मौके पर डासना जेल को बंदियों ने अपने हाथों से बनाए दिये और मोमबत्तियों से जगमग किया था। जेल मंत्री ने बंदियों के प्रयास की काफी सराहना की, उन्होंने जेल की आर्ट गैलरी भी देखी।बंदियों द्वारा तैयार किए गए आर्ट एंड क्राफ्ट देखकर जेल मंत्री ने काफी तारीफ की। जेल मंत्री ने कहा कि बंदियों के द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स बहुत ही आकर्षक और प्रेरणा देने वाली हैं। इस बीच डीजी जेल पीवी रामशास्त्री ने भी जेल बंदियों का काम देखकर कहा – कीप इट अप। उन्होंने जेल मंत्री के साथ बंदियों को मिल रही सुविधाओं का भी जायजा लिया।
रामलीला मंचन देख भावविभोर हुए दारा सिंह
जेल मंत्री दारा सिंह चौहान ने जेल परिसर में किया गया रामलीला मंचन भी देखा। मंचन के दौरान सभी किरदार बंदियों ने बड़े अच्छे से निभाए। रामलीला देख जेल मंत्री काफी भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि जेल बंदियों में अदभुत कला है। रामलीला के सभी किरदारों को उन्होंने जीवंत कर दिया। इस मौके जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने अच्छे काम करने वाले जेल बंदियों के बारे में भी बताया।
चौपाल पर बैठकर सुलझाते हैं समस्याएं
डासना में एक खास व्यवस्था की गई है। जेल में आपसी समस्याओं के निस्तारण के लिए चौपाल लगती है और कई बार मुश्किल समस्याओं को समाधान भी बड़ी आसानी से निकल आता है। जेल मंत्री ने चौपाल की व्यवस्था को अधिकारियों से समझा और अच्छी पहल बताते हुए इसकी सराहना भी की। दिवाली के लिए बंदियों ने अपनी बैरकों को सजाया था। बंदियों के बीच प्रतिस्पर्धा उत्पन्न करने के लिए स्वस्थ-सुंदर बैरक प्रतियोगिता भी कराई गई। सबसे सुंदर बैरक के लिए मंत्री ने बंदियों को पुरस्कार भी प्रदान किया।
2019 में हुआ था जेल में रेडियो का शुभारंभ
डासना जेल का अपना रेडियो है। इसका नाम रखा गया है रेडियो परवाज। 2019 में शुरू गए रेडियोके जरिए जहां जेल प्रशासन की ओर से बंदियों को समय- समय पर संदेश दिए जाते हैं वहीं जेल बंदी रेडियों के जरिए मनोरंजन भी करते हैं। जेल मंत्री दारा सिंह चौहान ने रेडियो परवाज के जरिए जेल बंदियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। रेडियो जॉकी का एक साउंडप्रूफ स्टूडियो तैयार किया गया है। जेल के कोने-कोने में इसकी आवाज सुनाई देती है। रेडियो परवाज पर उन बंदियों को अवसर दिया जाता है, जो गाना गाने या कहानी, कविता सुनाने के शौकीन हैं।
हर जेल का एक खास उत्पाद बाजार जाएगा
जेल बंदियों में प्रोडक्टिविटी की भावना जगाने के लिए जेल में तमाम उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जेल मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि हर जेल के एक खास उत्पाद को बाजार में उतारे जाने की भी तैयारी है। डीजी जेल पीवी रामशास्त्री ने बताया कि वन जेल वन प्रोडेक्ट (ओजीओपी) योजना को लेकर आवश्यक कदम उठा रहे हैं। हर जेल में एक उत्पाद को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है।