विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। गंगनहर की सफाई के लिए शनिवार रात 12 बजे हरिद्वार से गंगनहर को बंद कर दिया गया। गंगनहर बंद होने के बाद प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में एक दिन के लिए रिजर्व गंगाजल रखा जाएगा। जिससे केवल एक दिन यानी रविवार को ही पानी की आपूर्ति की जाएगी।
ऐसे में सोमवार से लोगों को गंगाजल नहीं मिलेगा। नगर निगम और जीडीए द्वारा दिन में केवल एक समय नलकूप और टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाएगी। अब दिवाली तक यानी 20 दिनों तक ट्रांस हिंडन की 10 लाख की आबादी को एक समय ही पानी मिल सकेगा।
गंगनहर से ही गंगाजल प्लांट में आता है पानी
दशहरे के समय किसानों को पानी की जरूरत कम रहती है। जिस वजह से हर वर्ष इस दौरान गंगनहर की सफाई की जाती है। गंगनहर से ही प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में गंगाजल आता है। प्रताप विहार प्लांट की भंडारण क्षमता 150 क्यूसेक पानी की है।
गंगनहर की सफाई के लिए शनिवार रात 12 बजे हरिद्वार से गंगनहर को बंद कर दिया गया। गंगनहर बंद होने के बाद प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में एक दिन के लिए रिजर्व गंगाजल रखा जाएगा। जिससे केवल एक दिन यानी रविवार को ही पानी की आपूर्ति की जाएगी।
ऐसे में सोमवार से लोगों को गंगाजल नहीं मिलेगा। नगर निगम और जीडीए द्वारा दिन में केवल एक समय नलकूप और टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाएगी। अब दिवाली तक यानी 20 दिनों तक ट्रांस हिंडन की 10 लाख की आबादी को एक समय ही पानी मिल सकेगा।
गंगनहर बंद हाेने पर प्लांट में एक दिन का पानी भंडारण करके रखा जाता है। इस प्लांट से वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम, डेल्टा कॉलोनी, कौशांबी और सिद्धार्थ विहार को गंगाजल मिलता है। इसके अलावा नलकूप और टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाती है। गंगाजल सुबह और शाम के समय एक-एक घंटे की आपूर्ति की जाती है।
शनिवार रात 12 बजे से बंद की गई गंगनहर
शनिवार रात 12 बजे हरिद्वार से गंगनहर बंद कर दिया गया। सोमवार सुबह से लोगों को गंगाजल की आपूर्ति नहीं होगी। दिन में दो बार की बजाय एक बार ही नगर निगम द्वारा नलकूप से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
दिवाली के बाद गंगाजल की आपूर्ति शुरू की जाएगी। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता ब्रिजराज ने बताया कि 12 अक्टूबर से दो नवंबर तक गंगनहर बंद रहेगी। इस दौरा गंगनहर की सफाई होगी।
पानी के निजी प्लांटों पर रहने पड़ेगा निर्भर
गंगाजल की आपूर्ति बंद होते ही ट्रांस हिंडन क्षेत्र के लोगों को बोतलबंद पानी के भरोसे रहने पड़ेगा। इनके पानी की गुणवत्ता की भी गारंटी नहीं होती है। गंगाजल नहीं मिलने पर मजबूरी में लोगों को इस पानी को ही खरीदना पड़ता है।
शनिवार को जगह-जगह हुई पानी की किल्लत
ट्रांस हिंडन क्षेत्र में शनिवार को भी लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा। इंदिरापुरम, वैशाली, डेल्टा कालोनी, वसुंधरा, कौशांबी के लोगों को पर्याप्त गंगाजल नहीं मिला।
तुलसी निकेतन में गंदे पानी की आपूर्ति हुई। सूर्य नगर, चंद्र नगर, बृज विहार, कौशांबी, श्याम पार्क, लाजपत नगर, भोपुरा, डीएलएफ, इंद्रप्रस्थ आदि क्षेत्र में पानी की किल्लत होने की शिकायतें प्राप्त हुईं।
प्लांट से इस तरह होगी गंगाजल की आपूर्ति
- 100 क्यूसेक गंगाजल की सप्लाई प्लांट से होती है।
- 80 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को दिया जाता है।
- 15 क्यूसेक गंगाजल इंदिरापुरम को मिलता है।
- 05 क्यूसेक की गंगाजल सिद्धार्थ विहार को मिलता है।
नगर निगम द्वार पानी आपूर्ति के संसाधन
संसाधन : संख्या
- 5-10 एचपी के पंप : 1050
- 15-30 एचपी के पंप : 300
- हैंडपंप की संख्या : 7000
- ओवर हैड टैंक : 51
- वाटर टैंकर : 71
- रेनीवेल : 03
पानी की मांग और आपूर्ति
- कागजों में कुल मांग : 355 एमएलडी
- आपूर्ति करने का दावा : 325 एमएलडी
- कुल बोरिंग 76