विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र भेजकर उनसे दिल्ली के फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास की चाबियां सौंपने को कहा है। उल्लेखनीय है कि, केजरीवाल ने 4 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास खाली कर दिया था और दिल्ली के लुटियन इलाके में स्थित एक सांसद के बंगले में शिफ्ट हो गए थे।
हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा को लिखे पत्र में PWD ने कहा कि 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सीएम आवास की चाबियां उन्हें वापस नहीं की गईं। इसमें कहा गया है कि, ”आपके ध्यान में लाया जाता है कि 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित मकान की चाबियां PWD को सौंप दी गई थीं, मगर कुछ देर बाद उन्हें वापस ले लिया गया, ताकि उन्हें सौंपने की प्रक्रिया संपन्न की जा सके।” PWD ने कहा कि रविवार को अधिकारियों के घर पर जाने के बाद भी चाबियां उन्हें नहीं दी गईं। विभाग ने कहा कि बंगले में निर्माण से संबंधित कुछ सतर्कता मामले चल रहे हैं और इसलिए यह “जरूरी” है कि वह घर का निरीक्षण करे और किसी और को घर आवंटित करने से पहले सूची का विस्तृत निरिक्षण कर लें।
पत्र में आगे कहा गया है कि, “अतः आग्रह है कि बिना किसी देर के मकान की चाबियां PWD अधिकारी करम सिंह यादव को सौंपने की व्यवस्था की जाए, ताकि मकान को PWD को सौंपने की प्रक्रिया पूरी हो सके और विभाग को मकान का नया आवंटन करने से पहले निरीक्षण करने तथा मकान के भीतर मौजूद सामान की विस्तृत जांच करने में सहायता मिल सके।” PWD ने आगे बताया कि यह देरी न केवल नियमित प्रक्रियाओं में बाधा डाल रही है, बल्कि वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी को आवास के आवंटन को भी प्रभावित कर रही है। इसमें कहा गया है, “नए मुख्यमंत्री बिना अनावश्यक देरी के यहां आ सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए संपत्ति का शीघ्र हस्तांतरण आवश्यक है।”
पीडब्ल्यूडी ने प्रशासनिक प्रोटोकॉल के अनुपालन के महत्व को रेखांकित करते हुए हैंडओवर प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सोमवार दोपहर कुछ घंटों के लिए बंगले पर आई थीं। इस बीच, इस मुद्दे पर केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ” केजरीवाल के भ्रष्टाचार का प्रतीक शीश महल कभी खाली नहीं हुआ। जब वह अपने परिवार के साथ चले गए तो हम सबने नाटक देखा, लेकिन सरकारी नियमों के अनुसार केजरीवाल का आवास आज तक खाली नहीं हुआ।”