विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से बड़ी सनसनीखेज खबर आ रही है। विद्यालय के हॉस्टल में रह रहीं तीन छात्राएं संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गईं। तीनों सातवीं और आठवीं में पढ़ती हैं। बताया जा रहा है कि तीनों बच्चियां सोमवार शाम को अन्य बच्चियों के साथ सोई थीं, लेकिन सुबह को नहीं मिलीं। सीसीटीवी फुटेज में तीनों बच्चियों एक साथ बैग लेकर जाती दिख रही हैं।
14 और 15 साल की हैं लापता बच्चियां
लापता हुई बच्चियों की आयु 12, 14 और 15 साल है। बच्चियों के लापता होने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। डीसीपी सिटी राजेश कुमार सूचना पर बालिका विद्यालय पहुंचे और पूछताछ की। मामला सिहानीगेट थाना क्षेत्र पुलिस जांच कर रही है। डीसीपी राजेश कुमार ने बताया कि मामले में पुलिस पूरी गंभीरता से छानबीन करने में जुटी है। बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा।
योग क्लास के समय पता चला
मिली जानकारी के मुताबिक विद्यालय के हॉस्टल में छात्राओं के रहने के लिए तीन डोरमेट्री बनी हुई हैं। स्कूल में छह शिक्षिकाएं हैं। रात में तीन शिक्षिकाएं डयूटी पर थीं। खंड शिक्षा अधिकारी कुणाल मुदगल ने बताया है कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे योग के समय पता चला कि तीन छात्राएं लापता हैं। मौके पर पुलिस भी जांच कर रही है।
छानबीन करने में जुटी है पुलिस
सिहानी गेट थाना प्रभारी ने बताया- छात्राओं के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। बच्चियों को खोजने के लिए टीमों का गठन किया गया है। विद्यालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
सभी गेट बंद, फिर कहां गईं छात्राएं
रात के वक्त हॉस्टल के सभी गेट बंद रहते हैं। इसके बावजूद तीनों छात्राएं कैसे लापता हो गईं। पुलिस इस संबंध में विद्यालय की शिक्षिकाओं से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही लापता हुई बच्चियों के संपर्क में रहने वाली छात्रों से भी पूछताछ की जा रही है।
लखनऊ मेरठ के अधिकारियों ने भी लिया संज्ञान
आवासीय विद्यालय से गायब हुई तीन छात्राओं की घटना ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के होश उड़ा दिए। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव किसी बैठक के सिलसिले में जिले से बाहर हैं। ऐसे में अन्य अधिकारियों को जब इस मामले की जानकारी मिली तो तत्काल मौके पर पहुंचे और फिर मामले की जानकारी डीएम और सीडीओ को दी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने पुलिस को गंभीरता से मामले की जांच कर जल्द से जल्द बच्चियों की तलाश करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं विभागीय अधिकारियों को भी अन्य बच्चियों से वार्ता कर जांच करने के निर्देश दिए हैं ताकि बच्चियों को बरामद किया जा सके। मामले की संवदेनशीलता को देखते हुए विभागीय अधिकारी विद्यालय में ही डेरा डाले हुए हैं। वहीं इस मामले में यूनिट प्रभारी लखनऊ मुकेश कुमार, एडी बेसिक मेरठ तक के अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए लापरवाह स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।