विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली सूची गठबंधन को लेकर कोई नतीजा न निकलने से अटक गई है। शुक्रवार को आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस हाईकमान की बैठक होगी।
इस बैठक में ही तय होगा कि गठबंधन होगा या नहीं, अगर होगा तो कितनी और कौन सी सीटों पर यह समझौता होगा। राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के बाद ही सूची जारी होगी। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अभी सूची आने में एक से दो दिन लग सकते हैं।
कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में गठबंधन की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहती है। इसके चलते गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट आवंटन को लेकर फार्मूले पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है।
आप के साथ सीटों को लेकर फंसा पेंच
हरियाणा कांग्रेस कमेटी प्रदेश में किसी भी दल के साथ गठबंधन से इन्कार कर चुकी है। हालांकि लोकसभा चुनाव आप के साथ इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर लड़ा था। आप उसी फार्मूले के तहत विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन चाह रही है और 10 सीटें मांग रही है, लेकिन कांग्रेस हाईकमान 5 से 7 सीटें देने को तैयार है। इसके अलावा सपा भी हरियाणा में अपनी सियासी जमीन तलाश रही है और वह भी पांच सीटें मांग रही है।
दावेदारों को अधिक समय नहीं देना चाहती कांग्रेस
टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस दावेदारों को बगावत के लिए अधिक समय नहीं देना चाहती। कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तर्ज पर देरी से टिकट वितरण की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा की बजाय कांग्रेस ने ऐन वक्त पर टिकटें बांटी और कांग्रेस से कोई बड़ा नेता बागी होकर दूसरे दल में नहीं जा पाया था। हरियाणा में 5 सितंबर से 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जाने हैं। इसलिए आगामी एक से दो दिन में सूची आती है तो टिकट कटने वालों के पास मात्र एक सप्ताह ही होगा। अपनी पहली सूची में कांग्रेस 28 में से 25 मौजूदा विधायकों को टिकटें देने जा रही है।
खिलाड़ियों पर दांव खेलेगी
भाजपा ने अपनी सूची में इस बार केवल कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा को टिकट दिया है, जबकि संदीप सिंह, बबीता फोगाट और योगेश्वर दत्त की टिकटें काटी हैं। ऐसे में कांग्रेस बजरंग पूनिया और वीनेश फोगाट पर दांव खेल सकती है, क्योंकि खिलाड़ी आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने खुलकर खिलाड़ियों का समर्थन किया था और खुद राहुल गांधी और प्रियंका गाधी खिलाड़ियों से मिले थे। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि दो से तीन सीटें खिलाड़ियों के खाते में आएंगी।
24 सीटों पर किया मंथन, नहीं बनी सहमति
66 सीटों पर पहले से नाम तय हो चुके हैं, वहीं वीरवार को बची 24 सीटों पर मंथन के लिए कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता में हरियाणा कांग्रेस की सब कमेटी की बैठक हुई। बैठक में टीएस सिंह देव, जिग्नेश मेवानी, अजय माकन शामिल रहे। यहां पर पैनल के हिसाब से चर्चा हुई, अभी एक नाम पर सहमति नहीं बनी है। ये अधिकतर वही सीटें हैं, जहां पर कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने अपने समर्थकों के नाम टिकट के लिए दिए हुए हैं। सुरजेवाला ने कैथल, कलायत, गुहला चीका, पूंडरी समेत जींद के लिए नाम दिए हैं। सैलजा ने सिरसा, हिसार और फतेहाबाद समेत अन्य सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम दिए हैं। इन सीटों पर पार्टी अभी तक कोई फैसला नहीं ले सकी है। कुमारी सैलजा ने वीरवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनसे सभी 90 सीटों के लिए सुझाव मांगे गए थे। वे अपने सुझाव दे चुकी हैं।
राव दान सिंह के बेटे को मिल सकता है टिकट
संभावना है कि महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह के बेटे अक्षत राव को टिकट मिल सकता है। वहीं, ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार के स्थान पर उनके बेटे या बहू को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। नूंह दंगों में आरोपी बनाए गए फिरोजपुर झिरका से विधायक मामन खान और समालखा से धर्म सिंह छौक्कर के टिकट को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है।