संवाददाता
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का अगला स्पीकर कौन होगा, इसका फैसला अब चुनाव के माध्यम से होगा. एनडीए और इंडिया ब्लॉक, दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन सकी. एनडीए ने अपनी ओर से एक बार फिर ओम बिरला को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि इंडिया ब्लॉक ने के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया है. दोनों ही नेताओं ने नामांकन दाखिल कर दिया है.
बिरला का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित किया गया, जिसका एनडीए के सभी दलों ने समर्थन किया. वाईएसआरसीपी ने भी बिरला की उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
विपक्ष ने यह प्रस्ताव दिया था कि उसे डिप्टी स्पीकर का पद दिया जाए. उनके अनुसार अगर एनडीए ऐसा करता, तो वह स्पीकर पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन प्रदान कर देते.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार क्योंकि एनडीए, इंडिया ब्लॉक को लोकसभा का उपाध्यक्ष पद देने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए हमने अपना उम्मीदवार स्पीकर पद के लिए खड़ा करने का फैसला किया है. वेणुगोपाल के कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सुरेश स्पीकर पद के उम्मीदवार हैं.
आजादी के बाद यह पहली बार होगा कि लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव होगा. इस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष के रवैए की आलोचना की. गोयल ने कहा कि विपक्ष ने इस पद के लिए राजनीति कर गलत परंपरा की शुरुआत की है.
खबर है कि राहुल गांधी और राजनाथ सिंह के बीच इस मुद्दे पर सहमति बन गई थी. विपक्ष स्पीकर पद के लिए समर्थन देने को तैयार था, लेकिन वह उपाध्यक्ष पद को लेकर एनडीए की ओर से आश्वासन चाहता था.
कौन हैं के. सुरेश
इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के सुरेश वर्तमान में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले लोकसभा सांसद हैं. वह 29 वर्षों तक सांसद रहे हैं. वह पहली बार 1989 में लोकसभा के लिए चुने गए थे. उसके बाद उन्होंने 1991, 1996 और 1999 के आम चुनावों में अडूर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार बार लोकसभा के लिए जीत हासिल की.2024 के आम चुनाव में मवेलिककारा (केरल) से अपना आठवां लोकसभा चुनाव जीतने वाले सुरेश ने पहले भी चार बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है. वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
कौन हैं ओम बिरला
भाजपा सांसद ओम बिरला राजस्थान से आते हैं. 1991 में वह भारतीय युवा मोर्चा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने थे. उसका बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया.एनडीए उम्मीदवार बिरला को सर्वसम्मति से 17वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया था.