विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश की 60 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। अभी तक के रुझानों में भाजपा बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है, जिससे साफ है कि सीएम पेमा खांडू लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस का अरुणाचल प्रदेश में निराशाजनक प्रदर्शन रहा और पार्टी अभी तक के रुझानों में सिर्फ एक सीट पर आगे चल रही है। भाजपा के बाद एनपीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसके उम्मीदवार पांच सीटों पर आगे चल रहे हैं। वहीं छह सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे हैं।
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा 10 सीटों पर निर्विरोध जीती
उल्लेखनीय है कि अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू सहित दस प्रत्याशी निर्विरोध जीत हासिल कर चुके हैं। अरुणाचल प्रदेश में कोई बड़ा क्षेत्रीय राजनीतिक दल नहीं है और यहां मुख्य लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच थी, लेकिन रुझानों में कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ गई है और एनपीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। भाजपा ने राज्य की सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। भाजपा पहले ही बोमडिला, चौखम, ह्युलियांग, ईटानगर, मुक्तो, रोइंग, सागली, ताली, तालिहा और जीरो-हापोली सहित 10 सीटें बिना किसी प्रतियोगिता के जीत चुकी है।
ये हैं प्रमुख उम्मीदवार
अरुणाचल प्रदेश में जिन प्रमुख उम्मीदवारों पर सबकी नजरें हैं, उनमें मुख्यमंत्री पेमा खांडू (भाजपा: पहले ही जीत चुके हैं), उप मुख्यमंत्री चौना मीन (भाजपा: पहले ही जीत चुके हैं), बियूराम वागे (भाजपा), निनॉन्ग एरिंग (भाजपा), कारिखो क्रि (एनपीपी), पानी ताराम (भाजपा), कुमार वली (कांग्रेस), कामलुंग मोसांग (भाजपा), वांग्की लोवांग (भाजपा), होनचुन नगांडम (भाजपा), पासांग दोरजी सोना (भाजपा), जम्पा थर्नली कुन्खाप (कांग्रेस) और नबाम ताडो (कांग्रेस) कुछ प्रमुख उम्मीदवार हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में अरुणाचल प्रदेश में पिछली बार के मुकाबले मतदान प्रतिशत में मामूली बढ़ोतरी हुई। अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2024 में 82.95 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में यह 82.17 प्रतिशत था।