विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम सीमा क्षेत्र में रह रहे 1.94 लाख करदाता ऐसे हैं, जिन पर 27.75 करोड़ रुपये से अधिक का संपत्ति कर बकाया है। नगर निगम द्वारा शत प्रतिशत करदाताओं से संपत्ति कर जमा कराने के लिए वित्तीय वर्ष 2023 – 24 में अभियान भी चलाया, लेकिन अब तक इन करदाताओं ने संपत्ति कर जमा नहीं कराया है।
लोकसभा चुनाव आने के कारण संपत्ति कर की वसूली काे लेकर चलाया जा रहा अभियान धीमा पड़ गया, चार जून को चुनाव के परिणाम आने के बाद पांचों जोन में बकाया वसूली के लिए अभियान चलाया जाएगा।
शहर में विकास कार्य होते हैं प्रभावित
पिछले चार साल के आंकड़ों पर गौर करें तो नगर निगम एक बार भी शत प्रतिशत संपत्ति कर की वसूली नहीं कर सका है। संपत्ति कर जमा न किए जाने के कारण शहर में विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
नगर निगम द्वारा संपत्ति कर जमा न करने वालों पर ब्याज लगाया जाता है, लेकिन कुछ करदाता अपना संपत्ति कर जमा नहीं करते हैं। ऐसे करदाताओं के घरों से पानी और सीवर का कनेक्शन काटने का कार्य भी किया जाता है।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डा. संजीव सिन्हा ने बताया कि संपत्ति कर जमा न करने वाले करदाताओं से वसूली के लिए नगर निगम द्वारा अभियान चलाने के बाद भी यदि संपत्ति कर जमा नहीं कराया गया तो बकाया संपत्ति कर की वसूली के लिए बकायेदार करदाताओं के घरों से पानी और सीवर का कनेक्शन भी काटा जाएगा।
वित्तीय वर्ष | करदाता | निर्धारित संपत्ति कर | कर जमा करने वाले | जमा संपत्ति कर |
2020 – 21 | 3,40,969 | 63.38 करोड़ रुपये | 1,35,314 | 48.18 करोड़ रुपये |
2021 – 22 | 4,06,109 | 72.81 करोड़ रुपये | 1,30,055 | 55.08 करोड़ रुपये |
2022 – 23 | 4,20,535 | 74.25 कराेड़ रुपये | 1,36,934 | 60.91 करोड़ रुपये |
2023 -24 | 4,20,793 | 104.18 करोड़ रुपये | 2,26,463 | 76.43 करोड़ रुपये |