संवाददाता
नई दिल्ली। भारतीय पुलिस सेवा के विभिन्न कैडर के 18 आईपीएस मंगलवार को रिटायर हो गए। जिसमें एशिया की सबसे बड़ी तिहाड़ जेल के डीजी भी शामिल हैं।
साउथ एशिया की सबसे बड़ी और सुरक्षित जेल मानी जाने वाली तिहाड़ के वर्तमान महानिदेशक और यूटी कैडर के अधिकारी संजय बेनीवाल मंगलवार 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गए। ऐसे में तिहाड़ का नया महानिदेशक बनने के लिए अधिकारियों ने जोर आइमाइश शुरू कर दी है। तिहाड़ जेल में फैली अव्यवस्था में सुधार के लिए तेजतर्रार अधिकारी की जरूरत है। दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त इंटेलिजेंस के पद पर तैनात 1992 बैच के आईपीएस सतीश गोलचा और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की विशेष आयुक्त नुजहत हसन में से कोई एक अधिकारी तिहाड़ का नया डीजी बन सकता है।
असम मेघालय कैडर के 1991 बैच के आईपीएस सत्य नारायण सिंह भी सिविल डिफेंस व होम गार्डस डीजी के पद से आज सेवानिवृत्त हो गए। छत्तीसगढ़ पुलिस में आईजी बी एस ध्रुव और एसपी पर तैनात दुखुराम अंचला का सेवाकाल भी पूरा हो गया है। 1988 बैच के गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अतुल करवाल जो फिलहाल एनडीआरएफ डीजी थे उनका सेवाकाल भी मंगलवार काे पूरा गया।
1994 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस एडीजी श्रीकांत जाधव भी सेवानिवृत्त हो गए। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू भी आज सेवानिवृत्त हो गए हैं। मध्य प्रदेश के 1986 बैच के आईपीएस अफसर और स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा और एडीजी बीबी शर्मा का सेवाकाल भी खत्म हो गया है। महाराष्ट्र पुलिस में 1989 बैच के डीजी रैंक के अधिकारी संदीप विश्नोई और इसी राज्य में 1990 बैच के ठाणे के पुलिस कमिशनर जयजीत सिंह का भी मंगलवार को आखिरी सेवा दिवस रहा। पंजाब पुलिस में 1998 बैच के आईपीएस एडीजीपी जसकरण सिंह, 1989 बैच के राजस्थान कैडर के डीजी रैंक भूपेंद्र दक, मणिपुर के आईजी रैंक के आईपीएस अचिन हाओकिप, तमिलनाडु पुलिस में भी आईजी रैंक के आईपीएस अधिकारी टी जयचंद्रन और उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात अलग अलग रैंक के तीन आईपीएस सुभाष चंद्र, राजीव रंजन वर्मा और राकेश कुमार वर्मा का सेवाकाल भी मंगलवार को पूरा हो गया।