विशेष संवाददाता
कोलकाता । हाई कोर्ट की फटकार के बाद टीएमसी के बाहुबली नेता शेख शाहजहां को 55 दिनों की फरारी के बाद गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. कोर्ट ने उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. 53 वर्षीय तृणमूल नेता को उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से उठाया गया, जहां वह अपने सहयोगियों के साथ छिपा हुआ था.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने गुरुवार को शेख शाहजहां को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया. शाहजहां को इस साल 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा आज ही गिरफ्तार किया है.
टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शाहजहां की गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसे पार्टी से निलंबित करने के फैसले की घोषणा की. ब्रायन ने कहा, ‘हमने शेख शाहजहां को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है. हमेशा की तरह, हम जो कहते हैं वह करते हैं. हमने अतीत में उदाहरण स्थापित किए हैं और हम आज भी ऐसा कर रहे हैं’.
ओ’ब्रायन ने प्रेस वार्ता में बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘हम भाजपा को उन नेताओं को निलंबित करने की चुनौती देते हैं, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार समेत कई आपराधिक मामले हैं’. बता दें कि शेख संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र का टीएमसी संयोजक था और पार्टी के कब्जे वाले उत्तर 24 परगना जिला परिषद के सदस्य भी था.
शाहजहां की गिरफ्तारी कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा तृणमूल नेता के खिलाफ कार्रवाई में देरी के लिए राज्य पुलिस की आलोचना करने के तीन दिन बाद हुई. अदालत ने मामले में टिप्पणी करते हुए कहा था कि टीएमसी नेता की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए और यह स्पष्ट कर दिया था कि उसकी गिरफ्तारी पर कोई स्टे ऑर्डर नहीं था.
संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख के उसके सहयोगी आमिर अली को ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया गया.