संवाददाता
गाज़ियाबाद/नोएडा/नई दिल्ली। नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों गांवों के किसानों अपने परिवारों के लिए भूमि मुआवजे में बढ़ोतरी और बेहतर पुनर्वास सुविधाओं की मांग को लेकर आज दिल्ली में संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। इसके मद्देनजर ट्रैफिक पुलिस अलर्ट हो गई है और एहतियात के तौर पर यातायात सलाह जारी की है।
किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया। किसानों के प्रदर्शन और दिल्ली कूच के कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सर्तकता दिखाते हुए जगह-जगह नाकाबंदी कर दी।
किसानों को रोकने के लिए चप्पे-चप्पे पर सड़कों पर पुलिस मौजूद रही। कई जगहों पर वाहनों को डायवर्ट भी कर दिया गया। जिसकी वजह से 130 मीटर रोड़ पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों की तैनाती के अलावा दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर बैरिकेड लगाए गए हैं। इसके साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले, गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने बुधवार से सीआरपीसी धारा 144 लागू कर दी है।
किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों सहित राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है। इस संबंध में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि गुरुवार को सोनिया विहार, डीएनडी, चिल्ला, गाजीपुर, सभापुर, अप्सरा और लोनी सीमाओं से जुड़े मार्गों पर भारी ट्रैफिक बल लगाया गया ।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों का आरोप है कि किसानों के आंदोलन के चलते ही नहीं सड़कों पर आए दिन सुबह-शाम जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। रोजाना सुबह-शाम जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
किसानों के दिल्ली कूच के चलते सुबह से ही शहर में यातायात व्यवस्था चरमराई रही। पर्थला चौक से एक मूर्ति गोलचक्कर तक कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लोग घंटो जाम में फंसे रहे। जिसकी वजह से लोगों को दफ्तर जाने में भी देरी हो गई।