बापू आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी सोच, उनके विचार आज भी प्रासंगिक है– गोयल
अहिंसा और क्षमा के मार्ग पर गांधी जी ने देश को आजाद कराया था, आज भी वही अहिंसा और क्षमा की जरूरत है- विधानसभा अध्यक्ष
हरिजनों के मन में बसे हुए थे बापू – गोयल
संवाददाता
नई दिल्ली । आज दिल्ली विधानसभा में महात्मा गांधी जी की 76वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर दिल्ली विधानसभा के सचिव, कई वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारियों के साथ-साथ गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर गोयल ने कहा कि महात्मा गांधी जी आज हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनके विचार और उनकी सोच आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने भारत की आजादी के लिए जो अहिंसा, सत्य और क्षमा का मार्ग अपनाया वह आज के समाज की जरूरत है। जहां समाज में हिंसा, तनाव, क्रोध, आक्रोश, वैमनस्य आदि बढ़ रहे हैं ऐसे समय में हमारी युवा पीढ़ी को महात्मा गांधी जी के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि आज का दिन शहीदी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। जिस बापू ने महात्मा बनने तक की प्रक्रिया को सहजता, सादगी और सरलता से अपनाया वह अनुकरणीय है।
महात्मा गांधी जी के विचार, जन सामान्य के प्रति उनकी सोच, हरिजनों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का उनका सफल प्रयास, अपने दुश्मनों के प्रति भी क्षमा भाव रखना ऐसे गुण आज हमारे जीवन से लुप्तप्राय हो गए हैं।
गोयल ने यह भी कहा कि गांधीजी जीवनपर्यंत लोगों की सेवा में लगे रहें। लंदन से वक़ालत करने के बावजूद उन्होंने विदेश में आराम की जिंदगी न चुनकर वह अफ्रीका में भारतीयों के लिए लड़ें। उसके बाद वो भारत की स्थिति को देखकर वापस लौट आए। गांधीजी ने समाज में फैली कई कुप्रथाओं को भी समाप्त कराया।