पहले भारत ने की थी आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक
संवाददाता
नई दिल्ली । ईरान ने जैश अल-अदल आतंकवादी समूह से जुड़े दो आतंकी ठिकानों पर बमबारी कर पाकिस्तान की पोल खोल दी है. ईरान ने पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी संगठनों के कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया है और बताया जा रहा है कि अब तक इस हवाई हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें आतंकी और आम नागरिक भी शामिल हैं. ईरान के हमले के बाद आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल ने भी बयान जारी कर कहा है कि ईरान ने बलूचिस्तान में उसके लड़ाकों के घरों को निशाना है. इसका मतलब है कि आतंकी संगठन ने भी माना है कि उसके आतंकवादी बलूचिस्तान में मौजूद हैं.
दरअसल, पाकिस्तान लगातार आतंकवादियों को शरण देता रहा है और आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर चलते रहे हैं. भारत के बाद अब ईरान ने भी पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों पर हवाई हमला किया है. ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में चल रहे आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर हमला किया. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमले तुरबत और पंचकूर में स्थित आतंकवादी कैंपों पर किए गए. ये आतंकवादी कैंप बलूचिस्तान से 122 किलोमीटर पाकिस्तान की सीमा में हैं. ईरान ने मंगलवार देर रात इन आतंकी कैंपों पर कई रॉकेट हमले किए. ईरान के इन हमलों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं.
जैश अल-अदल ने खोल दी पाक की पोल
इस तरह से देखा जाए तो आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल ने बयान देकर खुद ही पाकिस्तान की पोल खोल दी है.. जैश अल-अदल ने बयान जारी कर कहा कि ईरान ने बलूचिस्तान में उसके लड़ाकों के घरों को निशाना बनाया है, जिसके चलते उसके एक लड़ाके के दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गई. आतंकी संगठन ने माना है कि बलूचिस्तान में उसके आतंकवादी हैं और वहीं पर ईरान ने उनके आतंकियों को निशाना बनाया है.
जैश अल-अदल ने ईरानी सीमा पर किया था हमला
वहीं कुछ महीनों में कई बार जैश अल-अदल ने ईरानी सीमा पर आतंकवादी हमले किए थे. इन हमलों को लेकर ईरान कई बार पाकिस्तान से नाराजगी जता चुका है. पिछले साल दिसंबर 2023 में पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ था, जिसमें करीब 11 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी. इस घटना पर ईरान ने कड़ी आपत्ति जताई थी और पाकिस्तान को जमकर लताड़ भी लगाई थी. ईरान ने कहा था कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं पर नियंत्रण नहीं है रख पा रहा है.
क्या है जैश अल-अदल
- सुन्नी आतंकवादी संगठन है
- 2012 में बना जैश अल-अदल संगठन
- सलाउद्दीन फारूकी है संगठन का सरगना
- पाकिस्तान बॉर्डर पर जैश अल-अदल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है
- ईरान के अंदर लगातार हमले करता रहा है
- कई बार ईरानी बॉर्डर पर पुलिस की किडनैपिंग की
कुलभूषण जाधव का जैश अल अदल ने ही ईरान से अपहरण कर पाकिस्तान को सौंपा था
बता दें कि जैश अल-अदल सीमा पार आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देता है. ये वही सगंठन है जिसने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का अपहरण किया था. जैश अल-अदल के सदस्यों ने ही ईरान से कुलभूषण जाधव का अपहरण किया था, जिसके बाद उन्हें आतंकी सगंठन आईएसआई को सौंप दिया था.
जैश अल-अदल ने कुलभूषण को ईरान के चाबहार से किडनैप किया था. इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान ले जाया गया. यहीं पर कुलभूषण को जासूसी के मामले में फंसाने की साजिश रची गई थी. पाकिस्तानी एजेंसियों ने जाधव को जासूसी मामले में फंसाया दिया, जिसके बाद वहां की कोर्ट उन्हें मौत की सजा सुना दी. जाधव अभी भी पाकिस्तान की जेल में बंद है.