संवाददाता
केरल। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दक्षिण भारत के राज्यों में खुद को स्थापित करने की हर संभव कोशिश कर रही है। बीजेपी तमिलनाडु के बाद अब केरल में खुद की जड़े जमाने में जुटी हुई है। इसी को देखते हुए पार्टी ने केरल के लिए अलग प्लान बनाया है।
बीजेपी ने केरल में लोगों के साथ अपना जनसंपर्क बढ़ाने के लिए इस बार क्रिसमस का सहारा लिया है। बीजेपा राज्य में ”स्नेह यात्रा” चल रहा है। जिसके लिए कई टीमों का गठन किया गया है।
इन्हीं में से एक टीम इरिक्कुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के मंडल अध्यक्ष अजी कुमार और पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष अरुण थॉमस केरल की है। जो क्रिसमस सेलिब्रेट कर रहे लोगों से संपर्क कर रहे हैं। इनका उद्देश्य प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के क्रिसमस संदेश को राज्य के सभी ईसाई घरों तक पहुंचाना और “भाजपा के बारे में गलतफहमियों को दूर करना” है। पार्टी अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले समुदाय के प्रति अपनी पहुंच बढ़ा रही है। यह पहल 22 दिसंबर को शुरू हुई और 31 दिसंबर तक चलेगी। जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर एरुवेसी से होते हुए कुमार और थॉमस छोटे गांवों में रबर किसानों के घर पहुंच रहे हैं और उन्हें पीएम मोदी के विजन के बार में बता रहे हैं।
एरुवेसी पंचायत इरिक्कुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। जहां केवल कांग्रेस ही चुनाव जीताती आ रही है। भाजपा का इस निर्वाचन क्षेत्र में कोई बजूद नहीं है। यहां ईसाइयों, विशेषकर कैथोलिक चर्च से जुड़े किसानों की एक बड़ी संख्या है। निर्वाचन क्षेत्र के 93 बूथों में से भाजपा के पास केवल 25 बूथों पर पूरी टीम है, और 75 बूथों पर कुछ उपस्थिति है। हालाँकि, अब बीजेपी कांग्रेस और ईसाई आबादी के बीच बढ़ती खाई को भुनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि मणिपुर में हिंसा बीजेपी के लिए एक बाधा बनी हुई है। जहां ईसाई आबादी काफी अधिक है। जो केरल में ईसाई समुदाय के करीब आने के भाजपा के प्रयासों में बाधा उत्पन्न कर रही है। वहीं कई मुद्दे बीजेपी की जगह भी बना रहे हैं। हालिया इज़राइल-हमास संघर्ष एक ऐसा मुद्दा है। जिससे कई ईसाई केरल के सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) और कांग्रेस द्वारा उठाए गए फिलिस्तीन समर्थक रुख से नाखुश हैं। वे इसलिए बीजेपी को पसंद कर रहे हैं। इरुवेसी पंचायत के चेम्पेरी में ईसाई समुदाय के लोगों ने भाजपा के समर्थन से इज़राइल के साथ एकजुटता का संकल्प लेने के लिए एक रैली निकाली थी। रबर की कीमत इस क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस साल की शुरुआत में, कन्नूर जिले में टेलिचेरी के आर्कबिशप जोसेफ पैम्प्लानी ने कहा था कि अगर पार्टी रबर की कीमतें बढ़ाने में मदद कर सकती है तो ईसाई भाजपा का समर्थन करेंगे। जिसके बाद यह मांग राज्य के अन्य रबर उत्पादक क्षेत्रों में भी गूंज उठी थी।
बीजेपी द्वारा रबर को लेकर किसानों का समर्थन करना। किसानों के पार्टी की ओर आकर्षित कर रहा है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में ईसाई हैं। जो परंपरागत रूप से कांग्रेस के साथ थे, अब उनकी उम्मीदें भाजपा पर टिकी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हालांकि क्षेत्र के कई लोगों का मानना है कि मोदी एक और कार्यकाल के लिए सत्ता में बने रहेंगे, लेकिन वे भाजपा को वोट नहीं दे सकते क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं है कि पार्टी केरल में अच्छा प्रदर्शन करेगी। 20 की उम्र में एक्ट्रेस ने की