संवाददाता
गाजियाबाद। एक नहीं बल्कि गाजियाबाद में दो महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रहे जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह यूं तो किसी न किसी कारण से हमेशा चर्चा में रहते ही हैं लेकिन इस बार वे एक बड़े सियासी विवाद के कारण चर्चा में है। भाजपा के एक दो नही बल्कि दर्जन भर से ज्यादा नेता उनसे खफा हो गए है। क्योंकि इन नेताओं को गाजियाबाद आगमन पर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात व चर्चा के लिए पास देकर बुलाया गया लेकिन डीएम के आदेश पर उनकी सीएम से मुलाकात नहीं कराई गई बल्कि वहां से जाने के लिए कह दिया गया। इससे नाराज बीजेपी नेताओं ने कुछ ऐसा कर दिया कि अब डीएम साहब को सफाई देनी पड़ रही है।
दरअसल हुआ यूं कि रविवार सुबह नौ बजे जल निगम के गेस्ट हाउस में शहर के भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहुंचे। इनका आरोप है कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं कराई गई। इस पर जब उन्होंने आपत्ति जताई और अपमान होने की बात कही तो जिलाधिकारी ने कहा कि हमने तो आपको सम्मान देते हुए चाय पिलाई है। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बीजेपी के नेताओं ने 700 रुपये नकद एक पत्र के साथ जिलाधिकारी को भेजे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रविवार को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए जाना था। इससे पहले जल निगम के गेस्टहाउस में सुबह नौ बजे भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, पूर्व विधायक रूप चौधरी, पूर्व विधायक कृष्णवीर सिरोही, पूर्व विधायक प्रशान्त चौधरी, भाजपा नेता पृथ्वी सिंह, अजय गर्ग, पवन गोयल, विजय मोहन, अनिल स्वामी, विरेश्वर त्यागी, राजेन्द्र त्यागी और सरदार एसपी सिंह मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहुंचे।
हॉल में बैठाकर चाय और नाश्ता परोसा गया
भाजपा नेताओं का कहना है कि पहले उन्हें एक हॉल में बैठा दिया गया। इसके बाद उनसे कहा गया कि आप लोग नाश्ता कर लें और चाय पी लें। करीब आधे घंटे के बाद उनसे कहा गया कि आप सभी निकासी द्वार पर पहुंचे। इन सबके वहां पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें लाइनअप करने के लिए कहा। इस पर भाजपा नेताओं ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आए हैं। इसके लिए हमें बकायादा पास जारी किए गए हैं। हम लाइनअप नहीं होंगे।
जिलाधिकारी ने कहा- आपको सम्मान में चाय पिलाई
पुलिस और भाजपा नेताओं के बीच बहस होता देख वहां जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह पहुंचे तो भाजपा नेताओं ने कहा कि उनको मुख्यमंत्री से न मिलवाकर लाइनअप होने के लिए कहकर उनको अपमानित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा- ऐसा नहीं है आपका सम्मान है। सम्मान में आपको चाय भी पिलाई गई है। इस बीच मुख्यमंत्री वहां से काफिले के साथ निकल गए। भाजपा नेताओं की उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। गेस्टहाउस से वापस आने के बाद भाजपा नेताओं ने जिलाधिकारी को संयुक्त रूप से एक पत्र लिखा और उसके साथ 50 रुपये प्रति चाय का दाम लगाकर कुल सात सौ रुपये पत्र के साथ डीएम को भेजे हैं।
डीएम ने दी सफाई
डीएम राकेश कुमार सिंह ने सफाई दी है कि भाजपा महानगर इकाई ने जिस प्रयोजन के लिए पुलिस को पास जारी करने की लिस्ट भेजी थी पुलिस ने उसी प्रकार का पास जारी किया था। प्राॅक्सिमिटी पास जारी नहीं था और न ही मिलने का किसी के द्वारा अनुरोध किया गया था। अगर मिलने का कार्यक्रम पहले से तय होता तो सीएम प्रोटोकॉल के अनुसार उनके कार्यालय से अनुमति ले ली जाती।
भाजपा के महागनर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा
दूसरी तरफ इस विवाद के बाद भाजपा के महागनर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा है कि किसी जरूरी काम में फंसे होंने और वहां मौजूद ने होंने से गलतफहमी में ये विवाद हुआ है जिसे आपसी बातचीत से सुलझा लिया जाएगा। लेकिन इस सफाई से क्या अपमानित हुए वरिष्ठ नेता मान जाऐंगे या फिर डीएम साहब को यें पंगा भारी पडेगा