दिल्ली से लापता लड़की बिहार से बरामद , 20 हजार का ईनाम था घोषित
संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कई ऐसे बच्चों का पता लगाया है जो किसी न किसी कारण से अपने परिवारों से बिछड़ गए थे। लापता बच्चों का पता लगाने के लिए अपराध शाखा द्वारा एक विशेष अभियान चलाया गया है। लापता नाबलिका से सम्बंधित सूचना के अनुसार उपायुक्त अंकित सिंह द्वारा पीड़ित का पता लगाने के लिए सहायक आयुक्त पवन कुमार की करीबी देखरेख में व निरीक्षक वीरेंद्र के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया | जिसमें प्रधान सिपाही आनंद, सहायक उप-निरीक्षक हरविंदर और महिला सिपाही ममता शामिल थे |
टीम ने पीड़िता का पता लगाने के लिए कई प्रयास किए। संदिग्ध व्यक्तियों के विभिन्न मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया गया, विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज व कई अन्य व्यक्तियों की जांच की गई | साइबर सेल/अपराध शाखा, दिल्ली की टीम द्वारा इस संबंध में पीड़ितों का पता लगाने और उन्हें बरामद करने के लिए दिल्ली और बिहार के विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए। लापता नाबालिका के परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की गई।
बता दें कि 25 अगस्त 2023 को थाना शालीमार बाग , दिल्ली में एक 15 वर्षीय नाबलिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही थी लेकिन जाँच के दौरान, पीड़िता का पता लगाने का प्रयास किया गया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
अपराध शाखा की टीम जिसमें महिला सिपाही ममता और प्रधान सिपाही आनंद, सहायक उप-निरीक्षक हरविंदर शामिल थे उन्होंने इंसपेक्टर वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में व एसीपी पवन कुमार की देखरेख में लगातार काम किया। जानकारी एकत्र कर आसपास के क्षेत्रों की तलाशी की गयी। स्थानीय सूचना के आधार पर कुछ संदिग्धों को सूचीबद्ध कर उनकी जांच की लेकिन लापता लड़की के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं की जा सकी।
प्रधान सिपाही आनंद द्वारा की गई तकनीकी निगरानी के आधार पर टीम ने थान डुमरा, जिला सीतामढ़ी, बिहार के क्षेत्र में लापता नाबलिका का पता लगाया और उसे वहां ढूंढ कर थाना शालीमार बाग, दिल्ली की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।
पीडिता की जांच से पता चला कि संदिग्धों द्वारा उसकी उम्र, पेशे और आर्थिक स्थिति का विवरण छिपाकर शादी/रोजगार के उद्देश्य से उसे विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया था। संदिग्धों का पता लगाने के लिए उनका विवरण स्थानीय पुलिस के साथ साझा किए गए।