संवाददाता
लखनऊ। पिछले दिनों अलीगढ़ से पकड़े गए ISIS के संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती थे। यह खुलासा पिछले दिनों अलीगढ़ से गिरफ्तार आईएसआईएस के आतंकियों अब्दुल्ला अर्सलान, माज बिन तारिक और वजीउद्दीन ने एटीएस की पूछताछ में किया। ये तीनों एटीएस की रिमांड पर थे। सूत्रों के मुताबिक रिमांड के दौरान एटीएस तीनों को अलीगढ़ ले गई थी। तीनों के ठिकानों से एटीएस ने महत्वपूर्ण बरामदगी भी की है।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में तीनों संदिग्धों ने बताया कि देश में सक्रिय ISIS मॉड्यूल के निशाने पर महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती हैं। महंत आए दिन धर्म संबंधी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने गाजियाबाद स्थित शिव शक्ति धाम की रेकी भी की थी। यह भी बताया कि घटना को अंजाम किसे और कैसे देना है? इसकी रणनीति पाकिस्तान में बैठे संगठन के हैंडलर को तय करनी थी।
वजीउद्दीन की रिमांड की अर्जी
अदालत ने पूछताछ के लिए अब्दुल्ला, तारिक और वजीउद्दीन की पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की थी, जो सोमवार को पूरी हो गई। एटीएस सूत्रों के मुताबिक वजीउद्दीन से पूछताछ में अभी और राज खुलने की संभावना है। इसी के मद्देनजर मंगलवार को एटीएस ने उसे फिर रिमांड पर लेने के लिए विशेष कोर्ट में अर्जी दाखिल की है।