संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एटीएम तोड़ने वाले मेवात स्थित गिरोह के सक्रिय सदस्य नदीम उर्फ कल्लू गिरफ्तार किया है। उसके पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए है। वह पुलिस पार्टी पर गोलीबारी के एक मामले में वांछित था और भगौड़ा अपराधी घोषित किया गया था। इसके अलावा, वह महाराष्ट्र और कर्नाटक में दो एटीएम तोड़ने सहित छह आपराधिक मामलों में भी वांछित था। वह एक आदतन अपराधी है और दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि में पहले से हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, सशस्त्र डकैती/डकैती, जबरन वसूली, छिनतई, पुलिस टीमों पर हमला, एटीएम तोड़ना, शस्त्र अधिनियम, एमसीओसी अधिनियम सहित जैसे अपराध की 64 आपराधिक मामलों में शामिल रहा था। वह शाहदरा, दिल्ली से संबंधित वर्ष 2010 के मकोका के एक मामले में सात साल तक जेल में भी रहा है।
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि साउथ रेंज के एसीपी अतर सिंह और इंस्पेक्टर शिव कुमार और करमवीर सिंह की देखरेख में टीम ने दिल्ली/एनसीआर और अन्य राज्यों में सशस्त्र डकैती और एटीएम तोड़ने वाले मेवात स्थित अंतरराज्यीय गिरोह के एक सक्रिय सदस्य नदीम उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया है। आरोपी नदीम उर्फ कल्लू (43) पुत्र नजीर अली, निवासी लोनी का रहने वाला है। उसे 17 अक्टूबर, 2023 को दिल्ली के सोनिया विहार इलाके से पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद हुआ।
दिल्ली/एनसीआर में सशस्त्र डकैती और एटीएम तोड़ने की घटनाओं में शामिल अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान के तहत स्पेशल सेल की टीम द्वारा प्रयास किए जा रहे थे। इस गिरोह के सदस्यों की पहचान करने हेतु विशेष सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिली कि गैंग का फरार आरोपी नदीम उर्फ कल्लू रात 8 बजे से 9 बजे के बीच सोनिया विहार में सेकेंड पुस्ता रोड पर आएगा। इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम गठित कर मौके पर जाल बिछाया गया। पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया।
आरोपी नदीम वर्तमान में पुलिस टीम पर गोलीबारी के मामले में फरार था, जिसकी रिपोर्ट एफआईआर थाना न्यू उस्मानपुर, दिल्ली के तहत दर्ज की गई थी। इस मामले में उसे भगोड़ा अपराधी भी घोषित किया गया था। इसके अलावा, वह छह आपराधिक मामलों में भी वांछित था, जिसमें दो एटीएम तोड़ना और रुपये की नकदी चोरी करना शामिल था। इस महीने के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों में 40 लाख। इसके अलावा, वह पहले दिल्ली, महाराष्ट्र में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, जबरन वसूली, आर्म्स एक्ट, स्नैचिंग, पुलिस टीमों पर हमला, एटीएम तोड़ना, मकोका आदि सहित कुल 64 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
आरोपी नदीम की लगातार संलिप्तता के कारण उसके और उसके सहयोगियों के खिलाफ शहादरा दिल्ली के तहत मकोका अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया गया था। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया और करीब 7 साल तक जेल में रहा। इस गिरोह के आरोपी और अन्य सदस्य इतने शातिर हैं कि जरा सा भी विरोध होने पर पुलिस पर गोली चलाने से भी नहीं हिचकते। आरोपी और उसके साथियों ने तिलक मार्ग, नंद नगरी, न्यू उस्मानपुर और बवाना इलाकों में चार बार पुलिस टीमों पर गोलियां चलाईं।
नदीम पिछले 21 साल से दिल्ली – एनसीआर में अपराध में लिप्त है। उन्होंने खुलासा किया है कि वह विभिन्न लंबित मुकदमे के मामलों में दिल्ली की अदालतों में उपस्थित नहीं हो रहे हैं और संबंधित अदालतों ने उन्हें पांच से अधिक आपराधिक मामलों में घोषित अपराधी घोषित करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। स्पेशल सेल अफसरों ने यह भी खुलासा किया है कि उन्हें वाहन चोरी के एक मामले में अगस्त 2023 के महीने में पीएस यावत (पुणे) पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन उसने पुणे पुलिस को अपना गलत नाम और पता गलत दिया था। इस मामले में वह जमानत लेने में भी सफल रहा। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने के लिए आरोपियों से आगे की पूछताछ जारी है।