संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैंगस्टर से खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकी बने हर्षदीप उर्फ डल्ला के दो शूटर को प्रगति मैदान के पास से गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान पंजाब निवासी कृष्ण ओर गुरिंदर के रूप में हुई है। इनके पास से एक पिस्टल व हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
आरोपी यूपी में बड़ी वारदात करने जा रहे थे, ऐसे भी आशंका है कि यह भारत और अफगानिस्तान के बीच कल खेले गए मैच के दौरान स्टेडियम के बाहर भीड़ पर हमला भी कर सकते थे। इन्होंने अर्शदीप के कहने पर रंगदारी नहीं देने पर पंजाब में एक व्यापारी व एक कांग्रेस के नेता सरपंच बल्ली की हत्या की थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पता लगा था कि कनाडा में बैठा खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला दिल्ली या पंजाब में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में है। स्पेशल सेल के अलावा खुफिया एजेंसियों को भी यही इनपुट मिला था। एजेंसियों को पता लगा था कि इस आतंकी वारदात के दौरान खालिस्तानी आतंकी किसी बड़े पुलिस अधिकारी या बड़े नेता को निशाना बना सकते हैं। स्पेशल सेल इसी जानकारी पर काम कर रही थी।
11 अक्टूबर (बुधवार) को पुलिस की टीम को इनपुट मिला कि अर्श डल्ला के दो शूटर्स कृष्ण और गुरिंदर देर रात प्रगति मैदान के पास बने टनल से गुजरने वाले हैं। इस सूचना पर काम करते हुए स्पेशल सेल की टीम ने प्रगति मैदान के टनल के आसपास घेराबंदी की। ये दोनों आरोपी जैसे ही प्रगति मैदान के पास पहुंचे इन दोनों पुलिस ने रुकने के लिए कहा। लेकिन, पुलिस को सामने देख ये भागने लगे। इसके बाद पुलिस को उनपर गोली चलानी पड़ी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से हैंड ग्रेनेड सहित कई हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस फिलहाल इन दोनों बदमाशों से पूछताछ कर रही है.
अर्शदीप डल्ला का मेन काम टारगेट किलिंग
अर्श डल्ला 2020 में इंडिया छोड़कर भाग गया था। उसे कनाडा में शरण मिली हुई है। अर्शदीप डल्ला कनाडा में रहकर टारगेट किलिंग करवाता है, पैसे की उगाही करता है। खालिस्तानी आतंकियों के छोटे-मोटे ऑपरेशन में पैसे लगाता है। स्मगलिंग से भी उसे पैसे मिलते हैं, और उगाही से पैसे निकालने हों तो निशाने पर होते हैं पंजाबी म्यूज़िक और मूवी इंडस्ट्री में काम करने वाले प्रोड्यूसर और डायरेक्टर. डल्ला के गुर्गे उन्हें धमकी देकर पैसे निकलवाते हैं।
हरदीप सिंह निज्जर का पक्का दोस्त
और साथ ही नाम आता है डल्ला के सबसे करीबी यार का, उसके सबसे भरोसेमंद गैंग मेम्बर का। उसका नाम है हरदीप सिंह निज्जर. जी… वही निज्जर, जिसका कनाडा में मर्डर हुआ तो आनन-फानन में कनाडा ने भारत को दोषी ठहरा दिया। वही निज्जर को कनाडा की नजर में एक धर्मगुरु है, लेकिन भारत ने सबूत रखे हैं कि वो एक खालिस्तानी आतंकी है। कनाडा में बैठकर ये दोनों … निज्जर और डल्ला… क्या काम करते रहे हैं? सबसे पहले दोनों ने मिलकर खालिस्तान टाइगर फोर्स यानी KTF बनाया. और इससे कहानी आगे बढ़ती है।
700 से ज्यादा शूटर की फ़ौज
डल्ला और निज्जर लोकल प्रदर्शन और प्रोटेस्ट के अलावा हत्यारों की फौज खड़ी की. 700 से ज्यादा शूटर। कैसे भर्ती होते हैं ये शूटर? पंजाब में भर्ती किए जाते हैं, फिर कनाडा बुलवाकर हथियारों की ट्रेनिंग देकर पंजाब वापिस भेज दिया जाता है। जब ये शूटर पंजाब वापिस आते हैं तो उन्हें हत्या करने या धमकाने के लिए हथियार चाहिए होते हैं। उन्हें हथियार कैसे मिलते हैं? पाकिस्तान स। खबरों में पाकिस्तान में बैठे एक शख्स नवीन बाली का नाम सामने आ रहा है। डल्ला और निज्जर बाली से कान्टैक्ट करते हैं। पैसे भिजवाए जाते हैं। और ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा के अंदर हथियार गिराए जाते हैं. इंडिया में हथियारों की रसीद और उनके डिस्ट्रब्यूशन का काम देखता है बंबिहा गैंग। शूटरों तक हथियार पहुंचा दिए जाते हैं। कई खबरों में इस डल्ला के कनेक्शन लश्कर से जुड़े कुछ आपरेटिव के साथ बताए जाते हैं, हथियारों में ये लोग भी डल्ला की मदद करते हैं. डल्ला के ये जो शूटर पंजाब में बैठकर काम करते हैं।
डल्ला की कारस्तानी इतनी ही नहीं है। पंजाब पुलिस ने कई मौकों पर डल्ला पर आरोप लगाए है कि वो अपने स्थानीय गुर्गों की मदद से पंजाब में बैठे कुछ धर्मगुरों की हत्या करवाना चाहता है। कई बार ऐसे अटैक प्लान किए गए, लेकिन हत्या की नहीं जा सकी। लेकिन डल्ला कई बार उगाही और रंगदारी के केसों में मर्डर करवाकर खुश हो चुका है। उड़ती खबरें तो ये भी बताती हैं कि अगर डल्ला और उसके यार निज्जर में मर्डर काउंट की तुलना हो तो डल्ला ने ज्यादा लोगों की हत्या की हुई है। हालांकि, अब निज्जर मारा जा चुका है. 20 सितंबर को डल्ला का करीबी सुक्खा दुनके भी कनाडा में मारा गया था। डल्ला पर खुद भारत ने 10 लाख का इनाम रखा हुआ की है।