दोनों के पास से 10 पिस्तौलें बरामद, एमपी से खरीदे गए थे हथियार , दिल्ली/एनसीआर में होनी थी सप्लाई
संवाददाता
नई दिल्ली। अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ही नहीं अब अपराधी अपराध के सुरक्षित तरीके ईजाद कर रहे है। मध्यप्रदेश के हथियार तस्करी नेटवर्क से जुड़े अपराधियों ने भी अब ऐसा ही एक सुरक्षित तरीका अपनाया है ताकि पुलिस को उन पर संदेह न हो। हथियार तस्करो ने अब हथियारों की सेफ समग्लिंग के लिए किराये की हसीनाओ का सहारा लेना शुरू किया है लेकिन बदकिस्मती से ये हसीना पुलिस की पैनी निगाहों से बच नहीं सकी।
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि स्पेशल सेल की साउथ रेंज टीम के एसीपी अतर सिंह और इंस्पेक्टर शिव कुमार में बनी पुलिस टीम ने ने दो महिला हथियार तस्करों को गिरफ्तार करके एक अंतरराज्यीय आग्नेयास्त्र सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जिनके नाम हैं चंचल ( 32 ) पत्नी मनसुख और (2) विकंशा (23 ) पत्नी आकाश कुमार है। दोनों बुलंदशहर की रहने वाली हैं। गिरफ्तार दोनों महिलाओं के पास से 10 पिस्टल यानी 5 पिस्टल .32 बोर और 5 सिंगल शॉट पिस्टल बरामद की गई हैं। बरामद पिस्तौलें दोनों ने खरगोन (एमपी) स्थित एक आग्नेयास्त्र निर्माता और आपूर्तिकर्ता से खरीदी थीं और इन पिस्तौलों को दिल्ली-एनसीआर में गैंगस्टरों और अपराधियों को सप्लाई किया जाना था ।
स्पेशल सेल के पास सूचना थी कि दिल्ली/एनसीआर में गैंगस्टर और कट्टर अपराधी एमपी स्थित हथियार आपूर्तिकर्ताओं से अत्याधुनिक हथियार खरीद रहे हैं। इस जानकारी को और विकसित किया गया और इन हथियार तस्करों की पहचान करने का प्रयास किया गया।
1 अक्टूबर, 2023 को जानकारी प्राप्त हुई कि इस सिंडिकेट की दो महिला सदस्य चंचल और विकासा ने खरगोन, एमपी से पिस्तौल की एक खेप खरीदी थी। यह भी बताया गया कि वे पिस्तौल देने के लिए 1 अक्टूबर, 2023 को रात 9 बजे से 10 बजे के बीच दिल्ली में एमबी रोड-सूरजकुंड रोड के चौराहे पर अपने एक संपर्क से मिलने जा रहे थे। इंस्पेक्टर शिवकुमार के नेतृत्व में एक छापेमारी दल के साथ जाल बिछाया गया। चंचल और विकांशा को एमबी रोड-सूरजकुंड रोड के चौराहे के पास हाथों में बैग ले जाते हुए देखा गया। पुलिस टीम की महिला सदस्यों ने उन्हें घेर लिया और काबू कर लिया। उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 10 अच्छी गुणवत्ता वाली पिस्तौलें जिनमे .315 बोर की 05 सिंगल-शॉट पिस्तौलें थी बरामद की गईं।
गिरफ्तार की गई महिलाओं ने खुलासा किया कि उन्हें बरामद पिस्तौल की खेप खरगोन, एमपी में एक आग्नेयास्त्र निर्माता और आपूर्तिकर्ता से मिली थी। उन्होंने यह भी खुलासा किया है कि उन्हें इन पिस्तौलों को दिल्ली/एनसीआर में गैंगस्टरों और दुर्दांत अपराधियों को आपूर्ति करनी थी। दोनों ने यह भी खुलासा किया है कि वे मथुरा, यूपी निवासी सोनू चौधरी के लिए काम कर रही थी जिसने उन्हें एमपी स्थित आपूर्तिकर्ता से पिस्तौल खरीदने के लिए भेजा था। बरामद पिस्तौलों को आरोपी महिलाओं ने सोनू चौधरी के निर्देशानुसार दिल्ली में एक व्यक्ति को सप्लाई करना था.
गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने यह भी खुलासा किया है कि उन्हें रुपये दिए जाने थे। बरामद पिस्तौलों की सुरक्षित डिलीवरी के लिए एमपी में आपूर्तिकर्ता से खेप लेने और दिल्ली/एनसीआर में प्राप्तकर्ताओं को सौंपने के लिए 10,000/- रु.मिले थे। वे पिछले दो वर्षों से एमपी से दिल्ली और यूपी में आग्नेयास्त्रों की आपूर्ति कर रही थी। इस अवधि के दौरान दिल्ली में 200 से अधिक पिस्तौल की आपूर्ति की है।
चंचल की आपराधिक पृष्ठभूमि है, और उसे पहले भी छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 में 25 किलोग्राम मारिजुआना रखने के लिए एनडीपीएस अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था, जैसा कि चंचल ने खुद खुलासा किया था। दोनों महिला आरोपियों का हैंडलर सोनू चौधरी विकासा का मामा है। उन्होंने खुलासा किया है कि सोनू चौधरी पहले भी हत्या और एनडीपीएस एक्ट समेत कई आपराधिक मामलों में शामिल था.
इस हथियार सिंडिकेट के पिछड़े और आगे के संबंधों की पहचान करने के लिए गिरफ्तार दोनों से आगे की पूछताछ जारी है।