एक करोड़ से अधिक की 915 ग्राम हेरोइन जब्त
संवाददाता
नई दिल्ली। उत्तरी रेंज- सेकेंड की अपराध शाखा टीम ने 2 मादक पदार्थ तस्करों तेज सिंह (27) और सूबेदार सिंह (40) को गिरफ्तार किया है। दोनों निहाल विहार, नांगलोई, दिल्ली के रहने वाले है। इनके कब्जे से 915 ग्राम की उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन बरामद की गई है।
अपराध शाखा के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि उप निरीक्षक सुखविंदर सिंह और प्रधान सिपाही राज आर्यन को सूचना मिली कि तेज सिंह नाम का शख्स अपने साथी के साथ मादक पदार्थ की खेप लेकर सेक्टर 23-24 रेड लाइट, रोहिणी, दिल्ली के पास किसी को सप्लाई करने के लिए आने वाला है। सूचना के आधार पर एसीपी नरेंद्र सिंह की देखरेख में और इंसपेक्टर संदीप स्वामी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया । जिसमें उप निरीक्षक सुखविंदर सिंह, प्रदीप दहिया, रवि सैनी, सतेंद्र दहिया, सहायक उप निरीक्षक अशोक, प्रीतम, सुनील, प्रधान सिपाही राज आर्यन, कपिल यादव, सुमित, रविंदर, परमिंदर मलिक और परमजीत शामिल थे।
सूचना के अनुसार टीम ने सेक्टर 23-24 रेड लाइट, रोहिणी, दिल्ली में जाल बिछाया गया और आरोपी व्यक्तियों तेज सिंह और सूबेदार सिंह को पकड़ लिया। उनके कब्जे से 915 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ से अधिक है। इस सन्दर्भ में एनडीपीएस एक्ट में अपराध शाखा थाने में मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उनका एक दोस्त ड्रग तस्कर है। उनका सगा भाई कुंवर सिंह भी ड्रग्स के कारोबार में शामिल हो गया था और ड्रग तस्करी के लिए अपनी टैक्सी का इस्तेमाल करता था। इसके लिए उसे लगभग 20,000 रूपए प्रति खेप उत्तर प्रदेश से दिल्ली तक के लिए मिलते थे। साल 2018 में कुंवर सिंह को अपराध शाखा, दिल्ली ने एनडीपीएस के एक मामले में गिरफ्तार किया था। कुंवर सिंह को इस मामले में जेल हो गयी थी। कुंवर सिंह से मिलने के लिए उसके भाई जेल आते थे जहाँ उनका परिचय उत्तर प्रदेश के एक ड्रग तस्कर से हुआ और वे भी ड्रग तस्करी के कारोबार में लिप्त हो गये थे। वे पिछले 10 महीनों से दिल्ली के इलाके में ड्रग्स की तस्करी में शामिल थे।
आरोपी तेज सिंह के पिता दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करते हैं। उसने भी टैक्सी चलाना शुरू कर दिया था। अच्छी कमाई न होने के कारण उसने अपनी टैक्सी से अवैध शराब की सप्लाई शुरू कर दी और इस मामले में वर्ष 2019 में गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा उसका भाई कुंवर सिंह भी एनडीपीएस के एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद था और वह अपने भाई से मिलने जाता था, जहां वह उत्तर प्रदेश के एक ड्रग तस्कर के संपर्क में आया और ड्रग्स के कारोबार में संलिप्त हो गया था।
जबकि सूबेदार सिंह भी आसानी से पैसा कमाने के लिए वह भी अपने भाई के साथ ड्रग तस्कर के कारोबार में शामिल हो गया था।