विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी. के. सिंह ने आज कहा कि सड़क का उपयोग करने वालों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर दूरसंचार नेटवर्क का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दूरसंचार विभाग की उपलब्धियों और अन्य सभी मंत्रालयों और विभागों पर उनके प्रभाव को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध मोबाइल फोन नेटवर्क सुनिश्चित करने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय दूरसंचार विभाग के साथ समन्वय कर रहा है।
डॉ. सिंह ने कहा, “देश के कोने-कोने तक 4जी सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल टावरों की स्थापना करके वंचित गांवों में 4जी कवरेज का विस्तार करने हेतु कदम उठाए जा रहे हैं। इसका सीधा लाभ हमारे सड़क नेटवर्क को मिलेगा, जिसकी बदौलत हम दुर्घटनाओं और हादसों को प्रभावी ढंग से रोकने में सक्षम होंगे।”
डॉ. सिंह ने कहा, “भारत में 5जी नेटवर्क का तेजी से क्रमिक विस्तार हो रहा है। लगभग 1 लाख साइट का कार्य 5 महीनों में, इसके बाद 2 लाख साइट का कार्य 8 महीनों और 3 लाख साइट का काम 10 महीनों में पूरा हो रहा है, जिससे हमारे सड़क नेटवर्क को बहुत लाभ होगा।” उन्होंने कहा, “इसके अतिरिक्त, हम टोलिंग प्रणाली को उपग्रह और कैमरा आधारित बना रहे हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस पर उपग्रह आधारित प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाली बाधा रहित टोलिंग को लागू करने की एक पायलट परियोजना चल रही है। हम ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को बेहतर बनाने पर भी काम कर रहे हैं।”
डॉ. सिंह ने कहा कि मोबाइल टावर परियोजनाओं के लिए कुल परिव्यय 43,868 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने कहा कि 631 जिलों में 5जी शुरू कर दिया गया है। डॉ. सिंह ने बीएसएनएल पुनरुत्थान पैकेज के बारे में भी चर्चा की।