नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के वेस्ट रेंज टीम ने उत्तराखंड पुलिस से ईनामी ठग कपिल देव राठी को गिरफ्तार किया है। कुख्यात इनामी ठग कपिल देव राठी हरियाणा के बहादुरगढ़ का रहने वाला था। उसके खिलाफ उत्तराखंड में 12 अपराधिक मामलों दर्ज थे जिनमें वहं वांछित था, इनमें से कई मामलों में उसकी गिरफ्तारी पर उत्तराखंड पुलिस की तरफ से 51,500 रूपए का इनाम भी घोषित किया गया था। |
प्रधान सिपाही नवीन कुमार को गुप्त सूचना मिली कि उत्तराखंड राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज 12 से अधिक अपराधिक मामलों में शामिल कुख्यात इनामी ठग अपनी गिरफ़्तारी से बचने के लिए दिल्ली के बक्करवाला इलाके में छिपकर रह रहा है | अगर समय पर जाल बिछाया जाये तो उसे वहाँ से पकड़ा जा सकता है |
डीसीपी क्राइम सतीश कुमार ने बताया कि एसीपी राजकुमार की देखरेख में इंसपेक्टर मनोज दहिया की टीम में शामिल ने एएसआई कृष्ण, सुनील और हैड कांस्टेबल नवीन ने एक खुफिया सूचना के बाद दिल्ली के बक्करवाला इलाके में छापा मारकर कपिल देव राठी को गिरफ्तार किया।
उसके खिलाफ उत्तराखंड के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में संपर्क करने के बाद पता चला कि आरोपी कपिल देव राठी ने उत्तराखंड के सैकड़ों लोगों के साथ करीब 20 करोड़ से अधिक की ठगी की है। वह विभिन्न पुलिस थानों के 12 अपराधिक मामलों में वांछित है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा आरोपी कपिल देव राठी और उसके सहयोगियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट भी लगाया था। उत्तराखंड पुलिस ने विभिन्न मामलों में उसकी गिरफ्तारी पर 51,500 रूपए का इनाम भी घोषित किया था।
पूछताछ पर आरोपी कपिल देव राठी ने खुलासा किया कि वह उत्तराखंड में हत्या और गैंगस्टर एक्ट समेत कई मामलों में शामिल है। वर्ष 2002 में उसने बीमा कंपनियों में एजेंट के रूप में काम किया। इसके बाद उसने अपने सहयोगियों के साथ वर्ष 2012 में एक सहकारी समिति “जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी पर्पज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड” शुरू की और कुछ समय बाद उसने भारत के 12 राज्यों में इस समिति की शाखाएं खोली। उसने अधिक ब्याज दरों के नाम पर लोगों को लालच दिया और अपनी सोसायटी में कई लोगों के खाते खुलवाए। उसने लोगों को एफडी/आरडी/बचत पत्र आदि के माध्यम से अपनी सोसायटी में अधिक पैसा निवेश करने व अधिक लाभ प्राप्त करने का लालच दिया। वर्ष 2021 से उसने निवेशकों को जमा पैसा वापस देना बंद कर दिया। इस तरह उसने अपनी सोसायटी के जरिए लोगों से 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी की। वह घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता व सोसायटी का अध्यक्ष भी है।
उसकी गिरफ्तारी से उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी, देहरादून, बागेश्वर, नई टिहरी व टिहरी गढवाल जिलों के अलग-अलग थानों में दर्ज 12 मामले सुलझ गए हैं। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की सूचना उत्तराखंड पुलिस को दे दी है।
कपिल देव राठी ने एमबीए की करने के बाद 2002 में कई बीमा कंपनियों में एक एजेंट के रूप में काम किया। साल 2012 में उसने अपने सहयोगियों के साथ “जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी पर्पस को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड” के नाम से एक सहकारी समिति शुरू की बाद में इसके जरिए लोगों के साथ ठगी की।