संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नेशनल लेवल के पूर्व ताइकवांडो प्लेयर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुआ शख्स प्रवीण हुड्डा गैंगस्टर नीरज बवानिया–नवीन भांजा गैंग का गुर्गा बनकर वारदातें कर रहा था. पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने चाचा के अपहरण और हत्या के जघन्य मामले में 2019 से अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था और उस पर 10 हजार रुपये का इनाम था. वह राष्ट्रीय स्तर पर ताइक्वांडो में पूर्व रजत पदक विजेता है. उसके पास से एक अत्याधुनिक पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस बरामद किये गये हैं.
स्पेशल सेल एनआर व एसटीएफ के डीसीपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि एसीपी वेद प्रकाश व इंस्पेक्टर मंदीप और जयबीर की की टीम ने जिस प्रवीण हुड्डा का गिरफ़तार कियया वह कुख्यात नीरज बवानिया/नवीन भांजा गिरोह का सदस्य है और इनामी है. हरियाणा पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार का इनाम घोषित किया गया था. आरोपी प्रवीण हुड्डा का अपने चाचा हरीश हुड्डा के साथ पैसे का विवाद था, क्योंकि हरीश ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे पैसे लिए थे. हालांकि प्रवीण को रेलवे में नौकरी नहीं मिली और उसने हरीश से पैसे वापस करने को कहा, लेकिन उसने पैसे वापस करने से इनकार कर दिया. इससे प्रवीण गुस्सा हो गया और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फरवरी 2019 में रोहतक के सिविल लाइन क्षेत्र से हरीश का अपहरण कर लिया था और बाद में दिल्ली के कंझावला क्षेत्र में उसकी हत्या कर दी थी.
शुरूआत में रोहतक के थाना सिविल लाइन में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था लेकिन बाद में इसमें हत्या की धारा भी जोड़ दी गई. इस मामले में प्रवीण हुड्डा को गिरफ्तार नहीं किया जा सका, जिसके लिए हरियाणा पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का नकद इनाम घोषित किया गया था. आरोपी जब रोहिणी में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था तभी उसकी गिरफ्तारी की गई.
प्रवीण हुड्डा पूर्व ताइक्वांडो खिलाड़ी हैं और उन्होंने हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक भी जीता है. उसने केवल 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और उसके पिता बीएसएफ में काम करते हैं. 2018 में उसे दिल्ली के थाना अमन विहार इलाके में अतिक्रमण और गोलीबारी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. उस घटना में उसे भी गोली लगी थी. 2019 में, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पीएस सिविल लाइन, रोहतक के क्षेत्र से अपने चाचा का अपहरण कर लिया और बाद में दिल्ली के कंझावला इलाके में उनकी हत्या कर दी. आगे की जांच जारी है.