संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ड्रग्स की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से पुलिस ने करीब 10 करोड रूपए कीमत की 41.2 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है जिसे चाय की थैलियों में भरकर ट्रक के जरिए मणिपुर से दिल्ली लाया जा रहा था। दोनों ड्रग्स तस्कर राजस्थान के रहने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपी करीब पांच साल से अफीम की तस्करी कर रहे थे।
स्पेशल सेल के डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि ड्रग्स तस्करों को पकडा गया है उनकी पहचान मोहन लाल चौधरी (39) जिला- बाडमेर, राजस्थान और शैतान सिंह बिश्नोई, जिला-जालौर, राजस्थान के रूप में हुई है। डीसीपी के मुताबिक स्पेशल सेल दक्षिणी रेंज के एसीपी अतर सिंह की निगरानी में तेज तर्रार इंसपेक्टर रणजीत सिंह और संजीव कुमार व उनकी टीम ने इस ड्रग्स सिंडीकेट का खुलासा किया है।
स्पेशल सेल की टीम इस सूचना पर काम कर रही थी कि मणिपुर, असम, यूपी, बिहार, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली में एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ कार्टेल सक्रिय है और इस कार्टेल के सदस्य म्यांमार से अफीम की खेप प्राप्त कर रहे हैं। जो मणिपुर सीमा के माध्यम से देश में आने के बाद अफीम को दिल्ली/एनसीआर, पंजाब और राजस्थान सहित देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाते हैं। इसके बाद टीम ने मैनुअल व टैक्नीकल सर्विलांस के जरिए जानकारी हासिल की तो पता चला कि इस कार्टेल के एक सक्रिय सदस्य राजस्थान के बाड़मेर निवासी मोहन लाल चौधरी ने इम्फाल से अफीम की एक बड़ी खेप एकत्र की है और वह दिल्ली के रास्ते में था और उसे अपने नैटवर्क में इस अफीम को पहुंचाना था। 15 जून को पुलिस टीम ने पहले जाल बिछाकर ओखला मंडी, दिल्ली ट्रक संख्या आरजे-12 जीए-4544 व ट्रक चालक मोहन लाल चौधरी को पकडा। ट्रक में चाय की थैलियां भरी हुई थीं। गहन तलाशी के दौरान ट्रक में बने गुप्त गड्ढों से 41.2 किलोग्राम अफीम बरामद हुई। इस संबंध में स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की ।
पूछताछ पर आरोपी मोहन लाल चौधरी ने खुलासा किया कि वह बरामद अफीम की खेप शैतान सिंह बिश्नोई के निर्देश पर लाया था। जिसके बाद एक टीम राजस्थान भेजी गई और आरोपी शैतान सिंह बिश्नोई को 19 जून को बाडमेर से गिरफ्तार कर लिया गया। शैतान सिंह बिश्नोई ने खुलासा किया कि उसे दिल्ली/एनसीआर और राजस्थान में छोटे ड्रग तस्करों को आपूर्ति करने के लिए मोहन लाल चौधरी से खेप प्राप्त करनी थी। आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि बरामद अफीम मणिपुर स्थित ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं द्वारा भारत-म्यांमार सीमा के माध्यम से म्यांमार से मंगाई गई थी। दोनों आरोपियों ने आगे खुलासा किया कि वे पिछले 5 वर्षों से दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और अन्य राज्यों में अफीम की आपूर्ति कर रहे थे।
बरामद ट्रक जिसमें अफ़ीम लाई गई थी वह मोहन लाल चौधरी का है और उसे शैतान सिंह बिश्नोई दिल्ली और राजस्थान में मादक पदार्थ की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल करता था। यह भी पता चला कि शैतान सिंह अफ़ीम का मुख्य हैंडलर और प्राप्तकर्ता था। वह इम्फाल गया था जहां उसने मोहन लाल चौधरी के ट्रक में अफीम की खेप लोड कराई और उसे दिल्ली और राजस्थान लाने का निर्देश दिया और उसके बाद वह खुद राजस्थान लौट आया। यह भी पता चला कि शैतान सिंह मणिपुर में चल रही गड़बड़ी के कारण नकदी नहीं ले गया। इंफाल में एक हवाला ऑपरेटर के माध्यम से उसने खरीदी गई अफीम के लिए मणिपुर स्थित ड्रग सप्लायर को 32 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया। पुलिस इस सिंडिकेट के बाकी सदस्यों की पहचान के लिए आगे की जांच चल रही है।