संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की उत्तरी रेंज-I/ टीम ने 2 अवैध हथियार सप्लायर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7 अवैध पिस्तौल व 17 जिंदा कारतूस, 1 चोरी की मोटरसाइकिल और 1 मारुति स्विफ्ट कार बरामद की है।
अपराध शाखा के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि पकड़े गए हथियार तस्कर की पहचान राजू, 38 वर्ष और रवि 30 वर्ष के रूप में हुई, दोनों हटम पुर, बिजनौर, यूपी के रहने वाले है। उन्हें दिल्ली के नांगलोई से गिरफ्तार किया है।
डीसीपी ने बताया कि दिल्ली में अवैध हथियारों के इस्तेमाल की घटनाओं को देखते हुए उत्तरी रेंज-I/अपराध शाखा की टीम अवैध हथियारों की सप्लाई में लिप्त अपराधियों के बारे में सुचना एकत्र कर रही थी। ऐसे अपराधियों की सूची तैयार की गई व उनकी गतिविधियों का पता लगाने के लिए मैनुअल और तकनीकी निगरानी शुरू की गई। इस दिशा में काम करते हुए हैड कांस्टेबल नरेंद्र को सूचना मिली कि अवैध हथियार रखने वाले दो अपराधी दिल्ली के नांगलोई बस स्टैंड के पास आएंगे। अगर समय पर छापा मारा जाये तो उनको पकड़ा जा सकता है।
सूचना के आधार पर संयुक्त आयुक्त डीसीपी अंकित सिंह ने एसीपी विवेक त्यागी की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया जिसका नेतृत्व इंसपेक्टर पंकज ठाकरान कर रहे थे। इसमें एएसआई अमित मान, हुए हैड कांस्टेबल राजेश, नरेंद्र, अमित, त्रिशपाल और हुए कांस्टेबल सुरेंद्र शामिल थे। टीम द्वारा नांगलोई बस स्टैंड के पास एक जाल बिछाया गया और रवि व राजू दोनों आरोपीयों को पकड़ लिया गया।
पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि शुरू में वे आसानी से पैसा कमाने के लिए अपराध की दुनिया में शामिल हो गए और अपराध करने के लिए मध्य प्रदेश से हथियार खरीदते थे। इससे पहले भी वह दिल्ली में अपराध करते हुए पकडे गए थे व इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया था। जेल में वह दिल्ली के कई अपराधियों के संपर्क में आए और उन्होंने दिल्ली में अवैध हथियारों की आपूर्ति शुरू कर दी। पूछताछ में उन्होंने यह भी खुलासा किया गया कि वे मणि सरदार, निवासी बुरहानपुर, मध्य प्रदेश से अवैध हथियार खरीद कर दिल्ली/एनसीआर के अपराधियों को सप्लाई करते थे। जांच के दौरान, उनकी निशानदेही पर 05 अवैध पिस्तौल व 13 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
आरोपी रवि ने यह भी खुलासा किया कि हाल ही में उसने वाहन चुराना शुरू कर दिया था। उसकी निशानदेही पर चोरी की 01 कार और 01 मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।
दोनों के खिलाफ करीब 19 मामले दर्ज हैं।