संवाददाता
गाजियाबाद । धोखा या लालच देकर मतांतरण कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर श्री चित्रगुप्त पीठ पशुपति अखाड़ा ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि कुछ मुस्लिम और ईसाई कट्टरपंथी लोगों को धोखा और लालच देकर मतांतरण और धर्मांतरण कराने में लगे हुए हैं। गाजियाबाद में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। ज्ञापन में लव जेहाद के मामलों को भी उठाया गया। ज्ञापन में ऐसे लोगों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की गई है। ज्ञापन पर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति, महामंडलेश्वर मार्तंड पशुपति, संदीप त्यागी रसम, वेद नागर, कैलाश नाथ सिंघल आदि के हस्ताक्षर हैं।
धर्मांतरण प्रकरण में बद्दो की मां व भाई पुलिस की हिरासत में
धर्मांतरण प्रकरण में फरार चल रहे शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो की गिरफ्तारी के लिये कमिश्नरेट पुलिस के द्वारा की जा रही कवायद के तहत उसकी मां व भाई पुलिस के हाथ लग गये हैं । उनसे हुई पूछताछ के दौरान बद्दो से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को मिली है। सूत्रों का माने तो कमिश्नरेट पुलिस बद्दो की घेराबंदी इस तरह से कर चुकी है कि उसके पास पुलिस की गिरफ्त में आने से बचने का कोई तरीका ही नहीं रह गया है। सूत्रों को यह भी कहना है कि वह किसी दूसरे देश भागने से रोकने के लिये भी कमिश्नरेट पुलिस ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं।
शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र के ठाणे स्थित मुम्बरा में गाजियाबाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम डेरा डाले हुए है। बद्दो की मां और भाई लगातार पुलिस के संपर्क में हैं। पुलिस ने उसकी मां से बुधवार शाम तक पूछताछ की है।
आरोपी ने कहा- गाजियाबाद का लड़का मुझे खुद लिटरेचर भेजता था
इस बीच खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो ने पहली बार अपनी सफाई दी है। एक टीवी चैनल से फोन पर हुई बातचीत में बद्दो ने कहा, ‘धर्मांतरण में मेरा कोई हाथ नहीं है। मैंने गाजियाबाद के लड़के से सिर्फ गैजेट्स की डील की थी। मेरी तरह उस लड़के के बहुत सारे दोस्त हैं। मुझ पर इस्लामिक लिटरेचर प्रोवाइड कराने के आरोप लग रहे हैं। जबकि सच्चाई ये है कि वो लड़का खुद मुझे लिटरेचर भेजता था।’
बद्दो ने कहा, ‘मैं मुंबई का हूं और वो दिल्ली का रहने वाला है। वे दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद के दोस्तों संग घूमता है, उन्हीं से बातचीत करता है और उन्हीं को लिटरेचर भेजता है। मेरी तरफ से उसको कोई लिटरेचर नहीं भेजा जा रहा। बल्कि वो तो खुद मुझको ये बात बोलता है कि तू कैसा मुस्लिम है।’ खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो ने ये भी कहा कि समय आने पर मैं पुलिस को हर प्रूफ दूंगा।
क्या है पूरा मामला?
गाजियाबाद के राजनगर निवासी एक उद्यमी ने 30 मई को थाना कविनगर में FIR कराई। इसमें लिखवाया कि मेरा 17 वर्षीय बेटा दिन में पांच बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था। एक दिन मैंने पीछा किया तो पता चला कि वो मस्जिद में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने जाता है। मैंने बेटे से पूछताछ की तो उसने इस्लाम धर्म कुबूलने की बात स्वीकारी।
4 जून को गाजियाबाद पुलिस ने इस केस में मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। पूछताछ और जांच में पता चला कि इस लड़के को ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्ट नाइट और डिस्कार्ड के जरिये ब्रेनवॉश किया गया था। पहले गेम में हराया गया। फिर जिताने के लिए कुरान पढ़ने को कहा गया। जब इस लड़के ने कुरान पढ़नी शुरू कर दी तो सामने वालों ने इसे जिताना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे इस लड़के का भरोसा इस्लाम में बढ़ता गया। पुलिस की आगे की जांच में मुख्य नाम खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो का सामने आया, जो मुंबई का रहने वाला है और फरार है।