संवाददाता
गाजियाबाद । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं दिग्गज नेता प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश का प्रभार जल्द ही छोड़ सकती हैं। उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती हैं। दरअसल, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत का श्रेय प्रियंका गांधी को भी दिया जा रहा है। ऐसे में पार्टी अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी का उपयोग करने एवं राष्ट्रीय राजनीति में उन्हें अहम जिम्मेदारी देने का मन बना रही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में सन् 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को खासी सफलता नहीं मिल पाई। कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ही रायबरेली लोकसभा सीट पर चुनाव जीत पाईं। उसके बाद उत्तर प्रदेश में हुए 2022 का विधानसभा चुनाव भी प्रियंका गांधी के प्रभारी रहते हुए लड़ा गया। इस चुनाव में भी कांग्रेस बेअसर रही। पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा और मात्र दो विधायक ही जीतकर विधानसभा में पहुंचे।
उधर, गत दिनों कर्नाटक में हुए विधानभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अप्रत्याशित सफलता प्राप्त हुई। कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने जोरदार चुनाव प्रचार किया था। इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश में भी प्रियंका गांधी कांग्रेस का चुनाव प्रचार करने वहां गई थीं। हिमाचल में भी कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाई। आने वाले समय में छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि प्रियंका गांधी वहां पूरी जिम्मेदारी के साथ चुनाव मैदान में उतरें। पार्टी को विश्वास है कि प्रियंका गांधी कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर दूसरे राज्यों में भी सफल रहेंगी। यही कारण है कि प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के प्रभार से मुक्त कर राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी जिम्मेदारी देने पर विचार किया जा रहा है।