संवाददाता
नई दिल्ली। एनडीपीएस मामले में पैरोल जम्प करके फरार हुए एक बदमाश को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तारी से भारत-बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार किया है। 15 साल की कठोर कारावास की सजा पा चुके आरोपी को कोविड के दौरान पैरोल दी गई थी लेकिन समय सीमा पूरी होंने के बाद वह जेल से बचने के लिए फरार हो गया।
स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त रविन्द्र सिंह यादव ने बताया की आरोपी को पकडने में एंटी रॉबरी व स्नैचिंग सेल के हैड कांस्टेबल गौरव की विशेष भूमिका रही। आरोपी जफर अली (45) मेल रूप से पश्चिम बंगाल के कूचबिहार का रहने वाला है।
जफर अली को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल ने एंटी रॉबरी व स्नैचिंग सेल के एसीपी अरविंद कुमार की करीबी देखरेख में इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी व रॉबिन त्यागी के नेतृत्व में एएसआई नीरज, हैड कांस्टेबल गौरव, सवाई और परमजीत की टीम बनाई थी। जिन्होंने और मैनुअल इंटेलिजेंस और माउंटेड टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जफर अली को भारत-बांग्लादेश सीमा से 500 मीटर की दूरी पर स्थित कुशेरहाट, दिनहाटा से गिरफ्तार किया।
जफर अली को अपराध शाखा की एक टीम ने ही वर्ष 2010 में उसके साथियों को के साथ बुराड़ी 142 किलो चरस के साथ पकड़ा था। मुकदमें की सुनवाई के बाद न्यायालय उसे जुर्माने के साथ 15 वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। साल 2020 में आरोपित जफर अली आपातकालीन पैरोल दी गई थी, जिसे समय-समय पर 27 फरवरी 2021 तक बढ़ाया गया। लेकिन पैरोल की समाप्ति के बाद भी, उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और तब से फरार था।