लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 65 साल से अधिक उम्र के विधायकों को हिदायत दी है कि वे 20 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान घर में ही रहें। कोरोना महामारी से उन्हें बचाने के लिए उनको सत्र में भाग लेने की वर्चुअल ढंग से जुड़ने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि 20 अगस्त से शुरू हो रहे सत्र को मजबूरी में बुलाया जा रहा है। यह तीन सितंबर तक चलेगा। सभी विधायक सत्र शुरू होने से एक दिन पहले अपनी कोरोना जांच करा लें। लखनऊ के हर विधायक निवास पर कोरोना जांच के लिए कैम्प लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री 20 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले अपने सरकारी आवास से भाजपा विधायकों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना किसी को भी नहीं बख्श रहा है। इसलिए विधानसभा में विधायकों को बिठाने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग के मानकों का पालन किया गया है। विधायक खुद भी कोरोना संक्रमण को लेकर सजग रहें। मास्क और हाथों में ग्लव्स पहनकर सदन में आएं। सदन से आते- जाते सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें।
विधानभवन परिसर में भी अकेले आएं। अपने सहयोगियों को बाहर रखें। कोरोना जांच की रिपोर्ट भी अपने साथ रखें। इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रदेश के पूर्व मंत्री व मध्यप्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन,काबीना मंत्री कमला रानी वरुण व चेतन चौहान के निधन पर शोक प्रस्ताव रखा। इस पर सभी विधायकों दो मिनट का मौन रखकर अपनी श्रृद्धांजलि दी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल भी मौजूद थे।