वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारत को जीत के लिए 237 रन का टारगेट मिला है। टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका की टीम ने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 236 रन बनाए। जिसमें सिरिवर्धना ने सबसे ज्यादा 58 रन की इनिंग खेली। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने शानदार बॉलिंग करते हुए 4/43 विकेट लिए।
ऐसे गिरे श्रीलंका के विकेट…
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी श्रीलंका को डिकवेला और गुणातिलके ने ठीकठाक शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 46 बॉल पर 41 रन जोड़े।
– मेजबान टीम को पहला झटका 7.4 ओवर में लगा, जब जसप्रीत बुमराह की बॉल पर निरोशन डिकवेला (31) को शिखर धवन ने कैच कर लिया।
– दूसरा विकेट 14.1 ओवर में गिरा, जब चहल की बॉल पर गुणातिलके (19) को धोनी ने स्टम्पिंग कर दिया। इस वक्त श्रीलंका का स्कोर 70 रन था।
– अगले ही ओवर में तीसरा झटका भी लग गया। जब 15.6 ओवर में हार्दिक पंड्या की बॉल पर उपुल थरंगा (9) विराट कोहली को कैच दे बैठे। इस वक्त स्कोर 81 रन था।
– चौथा विकेट 99 के स्कोर पर गिरा, जब 23.3 ओवर में कुसल मेंडिस (19) को युजवेंद्र चहल ने lbw कर लिया।
– 28.3 ओवर में अक्षर पटेल ने एंजेलो मैथ्यूज (20) को lbw करके पांचवां विकेट गिराया। इस वक्त टीम का स्कोर 121 रन था।
– इसके बाद छठा विकेट 212 के स्कोर पर मिलिंडा सिरिवर्धना (58) का रहा। जो 44.6 ओवर में बुमराह की बॉल पर रोहित शर्मा को कैच दे बैठे।
सिरिवर्धना की फिफ्टी, छठे विकेट के लिए जोड़े 91 रन
– मैच में श्रीलंका की ओर से सिरिवर्धना ने शानदार बैटिंग करते हुए फिफ्टी लगाई। वे 58 बॉल पर 58 रन बनाकर आउट हुए।
– आउट होने से पहले उन्होंने चमारा कपुगेदरा के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 91 रन की पार्टनरशिप की।
– अपनी इनिंग में सिरिवर्धना ने सिर्फ दो चौके और 1 सिक्स लगाया। ये उनके वनडे करियर की तीसरी फिफ्टी रही।
धोनी ने की वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी
– इस मैच में गुणातिलके को स्टम्पिंग करके भारतीय विकेटकीपर धोनी ने वनडे हिस्ट्री में सबसे ज्यादा स्टम्पिंग करने के श्रीलंकाई विकेटकीपर कुमार संगाकारा (99) के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। ये धोनी के करियर की 99वीं स्टम्पिंग थी।
– इससे पहले धोनी 98 स्टम्पिंग के साथ दुनिया में दूसरे नंबर पर थे। संगाकारा ने अपने करियर में 404 मैचों में 99 स्टम्पिंग की थी। वहीं धोनी सिर्फ 298 मैचों में 99 स्टम्पिंग कर ली।
टीम इंडिया में नहीं हुआ कोई बदलाव
– भारतीय टीम उसी प्लेइंग इलेवन के साथ उतरी है जो उसने पहले मैच में खिलाई थी। टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
– पिछले मैच के मुकाबले श्रीलंका की टीम में तीन बदलाव हुए हैं। थिसारा परेरा, वानिदु हसरंगा और लक्षण संदाकन की जगह पर दुष्मंथा चमीरा, अकिला धनंजय और मिलिंडा सिरिवर्धना की एंट्री हुई है।
– सीरीज का पहला मैच जीतकर टीम इंडिया वनडे सीरीज में पहले ही 1-0 की बढ़त बना चुकी है और इस मैच को जीतकर वो अपनी लय बरकरार रखना चाहेगी।
– भारतीय टीम ने जिस अंदाज में पहला वनडे जीता था, उसके बाद दूसरे वनडे में भी उसका पलड़ा भारी दिख रहा है।
विराट ने पहले ही कहा था नहीं होगा बदलाव
– मैच से पिछली शाम को विराट ने कहा था, ‘यहां का विकेट भी दांबुला की तरह ही है। इसलिए मुझे केवल एक मैच के बाद टीम में बदलाव करने की कोई वजह नहीं दिख रही। हालांकि इसके बाद विराट ने ये भी कहा कि ‘फिर भी सबकुछ और हर तरह का कॉम्बिनेशनल संभव है।’
– विराट ने कहा कि हार्दिक के पास बॉल को स्विंग कराने की क्षमता है और वो लगातार 135 से ऊपर की स्पीड में बॉल कर सकता है। बुमराह स्ट्राइक बॉलर हैं, दोनों को बैलेंसिंग के साथ इस्तेमाल करना है।
– विराट ने कहा कि हार्दिक के पास बॉल को स्विंग कराने की क्षमता है और वो लगातार 135 से ऊपर की स्पीड में बॉल कर सकता है। बुमराह स्ट्राइक बॉलर हैं, दोनों को बैलेंसिंग के साथ इस्तेमाल करना है।
– श्रीलंकाई टीम टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार झेलने के बाद वनडे में भी खराब शुरुआत के कारण दबाव में है। वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन के लिए उसे सीरीज में कम से कम दो मैच जीतना जरूरी है। अभी वो वनडे रैंकिंग में 8वें नंबर पर है। टॉप 8 टीमें वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वालिफाई कर जाएंगी।
ऐसा है इस ग्राउंड पर भारत का रिकॉर्ड
– भारत ने पल्लेकेल के इस ग्राउंड पर इससे पहले केवल एक ही वनडे खेला है। जिसमें उसे 20 रन से जीत मिली थी।
– ये मैच अगस्त 2012 में हुआ था। जिसमें भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 294/7 रन बनाए थे, जवाब में मेजबान टीम 274 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
– ये मैच अगस्त 2012 में हुआ था। जिसमें भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 294/7 रन बनाए थे, जवाब में मेजबान टीम 274 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
प्लेइंग इलेवनः
भारत– रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, एमएस धोनी, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह।
श्रीलंका– निरोशन डिकवेला, दानुष्का गुणातिलके, कुसल मेंडिस, उपुल थरंगा (कप्तान), एंजेलो मैथ्यूज, चमारा कपुगेदरा, दुष्मंथा चमीरा, अकिला धनंजय, मिलिंडा सिरिवर्धना, विश्वा फर्नांडो और लसिथ मलिंगा