नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली अब एक्टिव केस के मामले में 12वें नंबर पर आ गई है, जो पहले दूसरे नंबर पर होती थी। राजधानी में कोरोना के मामलों में लगातार आ रही गिरावट की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देश में मामले दोगुने होने की दर 21 दिन है, जबकि दिल्ली में यह 50 दिन के आसपास पहुंची है। इस समय महज 2932 लोग अस्पतालों में हैं, जो कुल बेड का 20% है।
जैन ने आगे कहा कि लॉकडाउन से हमने सीखा है। इसकी बदौलत हम यह समझ पाए कि अगर कोरोना के वायरस के प्रसार को रोकना है तो उन नियमों का पालन करना होगा, जिनके बारे में लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और साबुन से हाथ धोते रहिए।
सीरोलॉजिकल सर्वे को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें ब्लड का सैंपल लिया जाता है और चेक किया जाता है कि आपके शरीर में एंटीबॉडी बनी हैं या नहीं। अगर पॉजिटिव आया तो इसका मतलब है कि कोरोना हुआ था और आप ठीक हो गए। शरीर मे एंटीबॉडीज बन चुका है।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि पहले सीरोलॉजिकल सर्वे हुआ तो रिपोर्ट आई कि 24 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बन चुका है। इससे यह खबर चलने लगी कि 24 फीसदी लोग पॉजिटिव हैं। लेकिन इसका मतलब ये है कि 24% लोग पॉजिटिव होकर ठीक हो चुके हैं। अब हम देखना चाहते हैं कि एक या डेढ़ महीने के बाद उसमें कितना फर्क आया है। ये सर्वेक्षण वैज्ञानिक तरीके से होता है, बहुत ही टेक्निकल है।