
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी हर दिन कम से कम 15 से 20 सवाल पूछेंगे. जांच एजेंसी अब मुख्य साजिशकर्ता से सारी बात उगलवाने की कोशिश करेगी. इसके बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के अधिकारी भी जांच में शामिल होंगे. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. दूसरी तरफ जांच एजेंसी NIA मुख्यालय के आसपास सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है.
बता दें कि, दिल्ली की पटियाला हाउस स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है. एनआईए अदालत के विशेष न्यायाधीश चंद्रजीत सिंह ने उसे 18 दिन की हिरासत में भेज दिया जबकि एनआईए ने उसकी 20 दिन की हिरासत का अनुरोध किया था.

एनआईए की विशेष अदालत से आधी रात को तहव्वुर राणा की 18 दिन की हिरासत मिलने के तुरंत बाद जांच एजेंसी ने आरोपी को शुक्रवार को एनआईए मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित 14×14 सेल में ले आई. इस सेल में सीसीटीवी कैमरे, एक बिस्तर और एक शौचालय है. सूत्रों ने बताया कि, राणा से पूछताछ सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई. खबर के मुताबिक, राणा एजेंसी की पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है.
2008 के मुंबई आतंकी हमले में शामिल भारत के सबसे मोस्ट वांटेड आतंकवादी के प्रत्यर्पण और उसके बाद उसकी गिरफ्तारी और हिरासत के बाद, एनआईए को साजिश के बारे में अधिक प्रामाणिक और विश्वसनीय जानकारी मिलने की उम्मीद है.
एजेंसी को यह भी उम्मीद है कि राणा से पूछताछ में मुंबई आतंकी हमले में पाकिस्तान के आईएसआई की सीधे तौर पर शामिल होने सहित कई नए पहलुओं का पता चलेगा. सूत्रों ने बताया कि,लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य रहा तहव्वुर राणा आईएसआई और एलईटी के बीच संबंधों के बारे में अधिक जानकारी का खुलासा कर सकता है.
सेल
एनआईए मुख्यालय में 14×14 के आकार वाले सेल में कम से कम दो सीसीटीवी कैमरे, एक बिस्तर और एक शौचालय है. सेल की सुरक्षा में अत्याधुनिक हथियारों से लैस सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. सेल में डिजिटल सुरक्षा की कई लेयर हैं. कमरे के अंदर अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एजेंसी के केवल 12 अधिकारियों को ही सेल में प्रवेश करने की अनुमति है.
तहव्वुर राणा के पूछताछ कक्ष को सीसीटीवी कैमरों से पूरी तरह सील कर दिया गया है और वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरणों से लैस किया गया है. पहले दिन राणा से पूछताछ अधीक्षक और उप अधीक्षक रैंक के अधिकारियों द्वारा शुरू की गई. सूत्रों के अनुसार, एक दैनिक पूछताछ डायरी रखी जाएगी, जिसमें हर बातचीत और जवाब का विवरण होगा.
सूत्रों ने बताया कि, तहव्वुर राणा की 18 दिन की हिरासत 20 अप्रैल को समाप्त हो रही है, इसलिए स्पेशल पटियाला कोर्ट के समक्ष केस डायरी के हिस्से के रूप में एक कंप्रिहेंसिव डिस्क्लोजर स्टेटमेंट तैयार किया जाएगा. एजेंसी के अधिकारियों ने तहव्वुर राणा का फैमली बैकग्राउंड, उसका पालन पोषण, शिक्षा, परिवार करियर के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है. सूत्रों ने बताया कि, राणा से पूछताछ की शुरुआत उसके पूरे नाम, उपनाम, शैक्षिक योग्यता, पालन-पोषण, उसकी पत्नी और बच्चों तथा उसकी नागरिकता जैसे नियमित सवालों से हुई.
पूछताछ का अगला चरण
राणा से पूछताछ के अगले चरण में उसकी इमिग्रेशन कंसल्टेंसी फर्म, उसकी शाखाएं, मुंबई हमलों के मामले में एक अन्य आरोपी डेविड कोलमैन हेडली के साथ उसके संबंध और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के साथ उसके संबंध जैसे कई महत्वपूर्ण सवाल शामिल होंगे.
तहव्वुर राणा पर डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाउद गिलानी और आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा तथा हरकत-उल-जिहादी इस्लामी (हुजी) के गुर्गों एवं पाकिस्तान में रह रहे अन्य सह-षड्यंत्रकारियों के साथ मिलकर भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई पर तीन दिन तक आतंकी हमलों की साजिश रचने का आरोप है.
26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों के एक समूह ने समुद्री मार्ग से भारत की आर्थिक राजधानी में घुसने के बाद वहां सीएसटी, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया. इन आतंकी हमलों में 166 लोग मारे गए और 238 से ज्यादा घायल हुए थे.
तहव्वुर राणा 18 दिनों तक एनआईए की हिरासत में रहेगा, इस दौरान एजेंसी उससे 2008 के घातक हमलों के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए विस्तार से पूछताछ करेगी. एजेंसी 26/11 हमलों से संबंधित एजेंसी के पास पहले से उपलब्ध जानकारी का सत्यापन और पता लगाएगी.