latest-newsमनोरंजन

फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ की स्टारकास्ट प्रमोशन के लिए पहुंची दिल्ली

विशेष संवाददाता

नई दिल्ली । बहुत जल्द थिएटरों तक पहुंचनेवाली फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ का प्रमोशनल कार्यक्रम संबंधी प्रेस कॉन्फ्रेन्स राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित पीवीआर प्लाजा में आयोजित किया गया। मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम में फिल्म के कलाकार और टीम- टैविनो थॉमस, मंजू वारियर, अभिमन्यु सिंह, मोहनलाल, पृथ्वीराज सुकुमारन और इंद्रजीत सुकुमारन मौजूद थे।

मलयालम सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन ने कहा कि ‘वर्ष 1990 के दशक के बाद हिंदी फिल्म उद्योग भारतीय सिनेमा को दुनिया भर में ले जाने में अग्रणी रहा है और क्षेत्रीय भाषा की फिल्में हमेशा इस राह को दिखाने के लिए इसके ऋणी रहेंगी। उन्होंने कहा कि 1990 के दशक के बाद हिंदी फिल्म उद्योग भारतीय सिनेमा को दुनिया भर में ले जाने में अग्रणी रहा है, और क्षेत्रीय भाषा की फिल्में हमेशा इस राह को दिखाने के लिए इसकी ऋणी रहेंगी।’

पृथ्वीराज, जिन्होंने मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल को ‘एल2: एम्पुरान’ में निर्देशित किया है और इसमें एक प्रमुख भूमिका भी निभाई है, इसी गुरुवार को रिलीज हो रही है। हिंदी सिनेमा, जो एक सुस्त दौर से गुजर रहा है, को अन्य उद्योगों से क्या सीखने की ज़रूरत है, इस सवाल के जवाब में पृथ्वीराज ने बॉलीवुड की प्रशंसा की और कहा कि हर उद्योग अलग-अलग दौर से गुजरता है।’

अभिनेता-फिल्मकार ने एम्पुरान ने कहा, ‘हर किसी के लिए हर जगह से सीखने के लिए बहुत कुछ है। मैं मलयालम सिनेमा के बारे में हाल ही में हो रही बातचीत और प्रशंसा को समझता हूं। लेकिन, कोई गलती न करें, यह बहुत पहले की बात नहीं है कि जब हम केरल में टेबल पर बैठे थे और सोच रहे थे कि हिंदी सिनेमा यह कैसे कर रहा है? बहुत समय पहले की बात नहीं है जब अनुराग (कश्यप), विक्रमादित्य मोटवानी और हंसल मेहता जैसे फिल्मकार उभरे और उन्होंने ऐसी विषय-वस्तु बनाना शुरू किया, जिसने हमें ‘वाह’ कहने पर मजबूर कर दिया। हां, मलयालम सिनेमा एक अच्छे दौर से गुजर रहा है, लेकिन ऐसे दौर हर सिनेमा में समय-समय पर आते रहते हैं।’

पृथ्वीराज ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा कि अगर कुछ साल बाद लोग फिर से बॉलीवुड की फिल्मों की तारीफ करने लगे। लेकिन, 90 के दशक के बाद हिंदी सिनेमा के बारे में सबसे ज्यादा उम्मीद की जाने वाली बात यह है कि इसने अपने सिनेमा को दुनिया भर में कैसे पहुंचाया है। हिंदी सिनेमा ने भारतीय सिनेमा को दुनिया भर में पहुंचाने और दुनिया भर के लोगों को इस देश में हमारे द्वारा बनाई गई सामग्री को जानने में मदद करने में बिल्कुल पथप्रदर्शक की भूमिका निभाई है। सभी क्षेत्रीय भाषाओं के लिए, चाहे हम कितनी भी अखिल भारतीय सफलता हासिल करें, हम हमेशा हिंदी सिनेमा के आभारी रहेंगे, जिसने हमें रास्ता दिखाया है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com