
संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद । मयंक गोयल भाजपा के महानगर अध्यक्ष घोषित हो गए हैं। उनके अध्यक्ष घोषित होने के बाद उनके इर्द-गिर्द दावेदारों का एक घेरा चल रहा है। इनमें कई ऐसे हैं जो उपाध्यक्ष बनना चाहते हैं, कोई संगठन में महामंत्री बनना चाहता है। किसी को उम्मीद है कि मंत्री वाली लिस्ट में नाम आ जाएगा। खुद मयंक गोयल ये कह चुके हैं कि 2000 से अधिक कार्यकतार्ओं को विभिन्न मोर्चों में समायोजित किया जाएगा। मयंक गोयल की टीम में आने के लिये कई चेहरों ने उनके आसपास डेरा भी डाल दिया है।
वो कहीं भी जाते हैं ये घेरा उनके साथ चलता है। लेकिन खबर उनके लिये है जो टीम में आने की हसरत पाले हुए हैं और इसके लिये लगातार सियासी कसरत भी कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि इन दावेदारों को अभी दो महीने और दौड़ लगानी होगी और दो महीने और हांफना पड़ेगा। क्योंकि अभी इस पूरी प्रक्रिया में दो महीने का समय लगेगा। बताया जाता है कि केवल गाजियाबाद से ही टीम घोषित नहीं होनी है, पूरे प्रदेश में टीम घोषित होनी है और सबसे बड़ी बात ये है कि 20 से ज्यादा जिले ऐसे हैं जहां अध्यक्षों की घोषणा फिलहाल लंबित रखी गई है। पहले तो यही लिस्ट घोषित होगी उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होनी है।
प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद क्षेत्रीय अध्यक्ष की घोषणा होगी और तब तक राष्टÑीय अध्यक्ष की घोषणा का नंबर आ जाएगा। राष्टÑ, प्रदेश और क्षेत्र में पहले चेहरे समायोजित होंगे। इसके बाद एक मैराथन बैठक मंथन की चलेगी। किसी चेहरे को कहां लिया जाना है ये तय होगा और इस पूरी प्रक्रिया में दो महीने का समय लगेगा। किन नए चेहरों को मौका मिलेगा, कौन से पुराने चेहरे रिपीट होंगे, ये तय होगाा। मयंक गोयल महानगर अध्यक्ष हैं और फिर उनकी टीम में कौन किस पोजिशन पर रहेगा, ये भी तय होना है। ऐसे में जो चेहरे महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल से एक बड़ी उम्मीद लगाकर चल रहे हैं वो इस बात को समझ लें कि अप्रैल और मई के महीने में भी उन्हें पसीना बहाना होगा। खुद को साबित करके दिखाना होगा और दो महीने ऐसे फेस रेस में कितना दौड़ेंगे और कितना हांफेंगे इसका भी पता चल जाएगा।