
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। जिले के सरकारी अस्पतालों में होली के बाद मरीजों की भारी भीड़ देखी जा रही है। होली के दौरान अस्पताल बंद रहने के कारण आज सुबह से काफी संख्या में मरीज उपचार के लिए आ पहुंचे हैं।
एमएमजी जिला अस्पताल और संयुक्त जिला अस्पताल में महिला चिकित्सालय में भीड़ काफी बढ़ गई है। कई डॉक्टरों की छुट्टियां और कुछ के देर से आने के कारण मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। मौसम बदलने से होने वाली बीमारियों से भी बड़ी संख्या में मरीज प्रभावित हुए हैं।
पर्चा काउंटर और दवा वितरण केंद्र पर मरीजों की लंबी लाइने लगी रहीं। जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई। होली के दौरान केवल आपातकालीन सेवाएं चालू थीं, जिसके कारण आज मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है।
होली के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में 1100 मरीज पहुंचे। इनमें से चार दर्जन से अधिक मरीज दुर्घटनाओं के कारण हाथ-पैर में चोटिल हुए थे। रंग-गुलाल से कुछ मरीजों के शरीर पर लाल दाने निकल आए थे, जबकि कुछ खुजली से परेशान थे। इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के व्यंजन खाने से कई लोगों को पेट दर्द का सामना करना पड़ा।
होली के कारण शुक्रवार को जिला अस्पताल की ओपीडी बंद रही, हालांकि इमरजेंसी सेवा चालू थी। शनिवार को ओपीडी खुली, मगर मरीजों की संख्या कम रही। लेकिन, शनिवार को मरीजों ने सुबह से ही कतार में लगना शुरू कर दिया। 1,195 मरीजों ने चिकित्सकों से परामर्श कराने के लिए पंजीकरण कराया। इससे पर्चा काउंटर से लेकर डॉक्टरों के कक्षों तक लाइनें देखने को मिलीं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. केके शर्मा और डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि होली के दौरान दुर्घटनाओं का शिकार हुए चार दर्जन से अधिक मरीज आए है। इनमें से कुछ के पैर में फ्रैक्चर था, तो कुछ का हाथ टूटा था। सभी का एक्स-रे कराकर प्लास्टर आदि किया गया है। इसके अलावा, सौ से अधिक त्वचा रोग पीड़ित भी अस्पताल आए हैं, जिनमें से कुछ के शरीर पर दाने निकल आए थे और कुछ की त्वचा झुलस गई थी, जबकि कुछ खुजली से पीड़ित थे।