
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली की नवगठित विधानसभा सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को नियम 280 (विशेष उल्लेख) के दौरान विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के मुद्दों को सदन में रखा. उन्होंने क्षेत्र की स्थिति से विधानसभा अध्यक्ष व सदन में मौजूद संबंधित विभाग के मंत्रियों तक अपनी बात पहुंचाई. इसी दौरान नजफगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी की विधायक नीलम पहलवान ने नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़ करने की मांग की.
उन्होंने कहा नजफगढ़ छोटा सा है, वहां के राजाओं ने अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ी. महिला बीजेपी विधायक बोलीं उम्मीद है कि उनकी मांग मानी जाएगी. आगे वो बोलीं मास्टर प्लान लागू होता है, तो नजफगढ़ के साथ दिल्ली-देहात को फायदा होगा. वहां भी विकास होंगे. मेरे यहां कोई भी जच्चा-बच्चा केंद्र नहीं है. गांव की महिलाओं की मुश्किल होती है. कोई साधन नहीं है. दिल्ली-देहात में काफी जमीन है. वहां जच्चा-बच्चा केंद्र बनाया जाए.
मुस्तफाबाद विधानसभा में परेशानियां
विधानसभा में चर्चा के दौरान बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा मुस्तफाबाद विधानसभा को लेकर परेशानियों को सामने रखना चाहते हैं. विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी से लोगों को वंचित होना पड़ता है. वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट होने के बावजूद पानी नहीं मिल पा रहा है. पहले जब वे विधायक थे तो शुद्ध गंगाजल मिला करता था, लेकिन आज हालात बद से बदतर हो गई है. उन्होंने जल मंत्री से निवेदन है की जो पाइपलाइन जल के लिए डाली गई थी वह सारी क्षतिग्रस्त हो गई.
सीसीटीवी कैमरे को लेकर ध्यान आकर्षण
वहीं, आरके पुरम से बीजेपी विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि आरके पुरम में जहां गए वहां पानी और सीवर की समस्या सामने आई. विधानसभा के कई गांव है वहां स्थिति बहुत दयनीय है. वहां 24 घंटे सीवर बहते हैं. विश्वास नगर से बीजेपी विधायक ओपी शर्मा ने दिल्ली सरकार के लोक निर्माण मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा पूरी दिल्ली में पिछली सरकार के द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, सभी विधानसभा में लगाए गए, इसका पेमेंट लोक निर्माण विभाग से की गई, लेकिन बार-बार लगातार वे इस मुद्दे को उठाया था, पहले फेस के तहत जो कैमरे लगने चाहिए थे. वो काफी कम लगाए गए और पेमेंट पूरे कैमरे की ली गई. ये एक बड़ा घोटाला है. इसकी जांच के लिए सभी एजेंसी को वे पत्र लिख चुके हैं.
चर्चा के दौरान विपक्ष से सिर्फ मौजूद रहे आप विधायक अमानतुल्लाह
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के तौर पर अमानतुल्लाह खान ने विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया. जबकि अन्य सभी 21 आम आदमी पार्टी के विधायक विधानसभा गेट के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहे. मंगलवार को जिस दिन उपराज्यपाल का अभिभाषण था उस दिन अमानतुल्लाह सदन में मौजूद नहीं थे. इसलिए उन्हें बाहर नहीं किया गया था. आज जब वे विधानसभा पहुंचे तो उन्हें विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने दिया गया है.
दिल्ली की जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं की गई
इस संबंध में दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि विपक्ष के विधायकों द्वारा जिस तरह का व्यवहार विधानसभा में किया गया, देश में कोई भी विधानसभा इस तरह से नहीं चल सकती. 10 सालों से यहां पर दिल्ली की जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं की गई है. हम किसी को भी ऐसी साजिश को अंजाम नहीं देने देंगे कि दिल्ली की जनता के मुद्दों पर चर्चा ना हो. आज का जो निर्णय (विपक्ष के विधायकों के निलंबन का) है यह अध्यक्ष का निर्णय है. मुझे लगता है कि अब आप के लोगों को यह समझ जाना चाहिए कि वे दिल्ली के मुद्दों पर चर्चा करें और सदन को गरिमापूर्ण तरीके से चलाएं.