
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद में नगर निगम को जल्द ही वेंडिंग कमेटी की नई टीम बनानी थी। तो वहीं यह स्थान भी चिन्हित करने थे की साप्ताहिक बाजार कहां पर लगेंगे और कैसे लगेंगे। हालांकि मुख्य सचिव मनोज सिंह ने निर्देश दिया था कि बाजार पहले की तरह यथावत लगेंगे लेकिन नई वेंडिंग कमेटी का गठन, सड़कों पर जाम ना लगे, इसके लिए पीली पट्टी खींचे जाने का आदेश और व्यापारियों की सहमति से अन्य स्थान खोजने की भी बात सामने आई थी, लेकिन लगातार निगम की बैठकें होने के बावजूद भी साप्ताहिक बाजार कहां लगेंगे, यह स्थान नगर निगम के जोनल अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारी तय नहीं कर पा रहे हैं। वहीं नई वेंडिंग जोन कमेटी का गठन कब तक हो पायेगा इसको लेकर भी अभी संजय बरकरार है। हालांकि नगर निगम के अधिकारियों ने बीते दो दिन पहले प्रेस रिलीज जारी करके कहा था कि दो दिन के भीतर जोनल प्रभारी बाजार लगाने के नए स्थान का चयन करें। देखना होगा कि आज सोमवार है और क्या प्लान और आदेश साप्ताहिक बाजार को लेकर नगर आयुक्त और वेंडिंग कमेटी की टीम तय करती है।
क्या फिर डेट लाइन होगी क्रॉस
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने एक सप्ताह के भीतर इस पूरे मामले में हल निकालने का निर्देश दिया था। तो वहीं नगर निगम में अब तक हुई दो मीटिंगों के बाद भी नई वेंडिंग कमेटी का चुनाव नहीं हो पाया है। इसके साथ ही नगर जोन से लेकर वसुंधरा और विजयनगर इलाके के साथ ही अन्य स्थानों पर बाजार, पैठ बाजार और साप्ताहिक बाजार कहां लगाए जाएंगे, इसको लेकर अभी कुछ भी फाइनल नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से लगातार साप्ताहिक बाजार वाला मामला गाजियाबाद नगर निगम के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हॉट इशू बना हुआ है।
थम नहीं रही है बाजारों को लेकर राजनीति और विरोध
नगर निगम जहां साप्ताहिक बाजार का स्थान तय नहीं कर पा रहा है। तो वहीं साप्ताहिक बाजार लगाने वाले पैठ के प्रमुख चेहरों और वेंडिंग कमेटी की नई टीम भी अभी बन नहीं पाई है, जिसकी वजह से यह तय नहीं हो पा रहा है की साप्ताहिक बाजार कहां पर लगवाए जाएं। हालांकि नगर निगम के जोनल प्रभारियों को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा स्थान तय करने और सड़कों पर जाम ना लगे, इसके लिए पीली पट्टी का अभियान तेज कराया था लेकिन इसको लेकर भी राजनीति और विरोध थम नहीं रहा है। उधर लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर जहां साप्ताहिक बाजार के मुद्दे को लेकर लगातार आक्रामक बयानबाजी जारी कर रहे हैं। तो वहीं अभी इसको लेकर आने वाले दिनों में क्या स्थिति बनेगी, यह भी साफ नहीं है। गाजियाबाद नगर निगम अपने प्रयास कर रहा है लेकिन जगह की कमी और उपयुक्त स्थान वाला मामला अभी लटका हुआ बताया जा रहा है।