विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों के बीच जमकर जुगलबंदी चल रही है. आतिशी ने नामांकन के बाद कहा कि सबसे पहले तो सभी देशवासियों को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत बधाई और आज इस मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर जो नए साल की शुरुआत होती है, मैंने कालकाजी विधानसभा से अपना नामांकन भर दिया है. कालकाजी के लोगों से, बुजुर्गों से, महिलाओं से, बच्चों से मुझे बहुत प्यार मिला है और उम्मीद है कि आने वाले पांच साल में भी मिलता रहेगा.
आतिशी का इलेक्शन कमीशन से सवाल
उन्होंने प्रवेश वर्मा पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरी दुनिया ने देखा, सभी टीवी चैनल ने लाइव चलाया, महिलाओं ने टीवी पर आकर कहा कि हमें 1,100 रुपये दिए गए कि हम कमल का बटन दबाएं. उसके कुछ दिन बाद प्रवेश वर्मा फोटो पोस्ट करते हैं कि वह हेल्थ कैंप चला रहे हैं और चश्मा बांट रहे हैं. उसके बाद किदवई नगर के इलाके में चादर और डबल बेड शीट्स बांट रहे हैं, वो भी अपने नाम के पोस्टर के साथ. उसमें इलेक्शन कमीशन को कोई भी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं दिखता. सवाल उठता है कि पुलिस किसके साथ है?
लोअर लेवल इलेक्शन ऑफिसर्स पर क्या दबाव है
आतिशी ने कहा कि सवाल तो उठता है कि क्या लोअर लेवल पर जो इलेक्शन ऑफिसर्स हैं, क्या उन पर दबाव है. हम बार-बार इलेक्शन कमीशन के पास गए हैं. इलेक्शन कमीशन ने एक फ्री एंड फेयर इलेक्शन का हमें कमिटमेंट दिया है और हम यह उम्मीद करते हैं कि जो कमिटमेंट इलेक्शन कमीशन ने दिया है, वह वास्तव में जमीनी तौर पर साकार होगा. उन्होंने आगे कहा कि वरना यह सवाल तो उठेगा कि प्रवेश वर्मा पर पैसे और चश्मा बांटने पर जांच चल रही है और मुझ पर बिना जांच के एफआईआर हो गई है.
आतिशी ने कांग्रेस को घेरा
आतिशी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि किस प्रकार से कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कंप्लेंट फाइल करने के लिए जाते हैं. एलजी से अपॉइंटमेंट लेने के लिए हमारे विधायकों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है. अपॉइंटमेंट नहीं मिलती है. एलजी साहब दिल्ली के विधायकों को टाइम नहीं देते हैं. जबकि, संदीप दीक्षित की कंप्लेंट रिसीव होती है, कार्रवाई होती है, तो ये क्या हो रहा है. बिल्कुल साफ है कि कांग्रेस के कैंडिडेट्स और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुगलबंदी चल रही है.
आतिशी सोमवार को नहीं कर सकी थी नामांकन
बता दें कि 13 जनवरी को आतिशी नामांकन के लिए निकली थीं, लेकिन समय सीमा के अंदर दस्तावेज दाखिल नहीं कर सकी थीं. दरअसल, नामांकन दाखिल करने की समय 3 बजे तक ही थी, और सीएम आतिशी 3 बजे के बाद जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंची थीं, इस कारण वह नामांकन नहीं कर पाई थीं. सोमवार को उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया भी थे. आज सीएम आतिशी ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल कर दिया है. इस बार के चुनाव में AAP पूरी तरह से अपनी जीत की ओर अग्रसर दिख रही है.
CM आतिशी के चुनाव प्रचार में सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल! FIR दर्ज
इस बीच मुख्यमंत्री आतिशी की रैली को लेकर विवाद सामने आया है. आरोप है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल अपनी रैली में किया, जो आचार संहिता का उल्लंघन है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ गोविंदपुरी थाना इलाके में एफआईआर दर्ज की गई है.
शिकायत में आतिशी का नाम
रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से की गई जांच में पाया गया कि चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी गाड़ियों का उपयोग किया जा रहा था, जिसे आचार संहिता के खिलाफ माना गया. इस मामले में शिकायत में सीधे तौर पर सीएम आतिशी का नाम लिया गया था. आरोप है कि आतिशी ने अपने निजी कार्यालय के लिए सरकारी वाहन का इस्तेमाल किया और इसे चुनाव प्रचार में भी लगाया.
रिटर्निंग ऑफिसर ने दर्ज करवाई FIR
जांच के बाद PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को जिम्मेदार ठहराया गया. सामने आया कि उक्त इंजीनियर ने सरकारी वाहन को लेकर आदेश दिया और उसे आतिशी के प्रचार कार्य के लिए उपलब्ध कराया. इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने इस मामले में FIR दर्ज करवाई और संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की.
चुनाव प्रचार में नियमों का उल्लंघन गंभीर
यह मामला राजनीतिक गलियारों में गर्मा गया है, क्योंकि सरकारी गाड़ियों के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल से संबंधित नियमों का उल्लंघन गंभीर माना जाता है. चुनाव आयोग की ओर से मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.