
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के हेड कोच पाखंडी हैं। तिवारी ने यह भी कहा कि वह अपनी बात पर खरे नहीं उतरते हैं। मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर की नियुक्त पर भी सवाल उठाए। तिवारी ने कहा कि गंभीर के अंदर दूरदर्शिता और कोचिंग देने की क्षमता कम है।
मनोज तिवारी का यह बयान हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 1-3 से हार और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर होने के बाद आई है। मनोज तिवारी ने भारतीय टीम की कोचिंग स्टाफ पर भी सवाल उठाए। तिवारी ने न्यूज-18 बांग्ला से बात करते हुए कहा कि हेड कोच और उनकी टीम में स्पष्टता और निश्चित कोचिंग शैली का अभाव है।
गौतम गंभीर ने अकेले लिया सारा क्रेडिट
तिवारी ने यह भी दावा किया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले ही उन्हें ड्रेसिंग रूम में मतभेद का अंदेशा हो गया था। बंगाल के पूर्व कप्तान ने आरोप लगाया कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच गंभीर के बीच मतभेद हैं। उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान ड्रेसिंग रूम से जुड़ी कई बातें लीक होने से यह स्पष्ट हो गया था। उन्होंने गंभीर पर आईपीएल में केकेआर की सफलताओं का कप्तान और मेंटर के रूप में अनुचित श्रेय लेने का आरोप लगाया। कहा कि इसका श्रेय व्यक्तिगत प्रयास के बजाय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को जाता है।
टीम ने दिलाया था KKR को खिताब
तिवारी ने आरोप लगाया, गंभीर ने अकेले दम पर केकेआर को खिताब नहीं जिताया। हम सभी ने एक इकाई के रूप में प्रदर्शन किया। जैक कैलिस, सुनील नरेन और मैं, सभी ने इसमें योगदान दिया, लेकिन इसका श्रेय किसने लिया? ऐसा माहौल और पीआर है जिससे गौतम गंभीर को सारा श्रेय मिला है।