विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । कचहरी में वकीलों की हड़ताल तीन सप्ताह के लिए स्थगित की गई, लेकिन आज काम शुरू नहीं हो पाया है। एक अधिवक्ता की मृत्यु की वजह से बार एसोसिएशन ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है। बार एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक शर्मा का कहना है कि वरिष्ठ अधिवक्ता धीरेंद्र सिंह की मृत्यु की वजह से आज काम नहीं कर रहे हैं। बुधवार से नियमित काम शुरू करेंगे।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक शर्मा ने अधिवक्ताओं को बताया कि 14 नवंबर को गाजियाबाद से वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ पहुंचकर प्रशासनिक न्यायमूर्ति से इस संबंध में बातचीत की थी। इसके बाद शुक्रवार को वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से मिला। मुख्य न्यायाधीश ने उनकी मांगों पर हड़ताल समाप्त होने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
नोकझोंक के बाद विवाद बढ़ने पर हुआ था लाठीचार्ज
29 अक्टूबर को एक मामले की जमानत अर्जी पर पहले सुनवाई किए जाने की बात को लेकर जिला जज और अधिवक्ता नाहर सिंह यादव के बीच नोकझोक हो गई थी। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने वकीलों को न्यायालय कक्ष खाली करने के लिए कहा।
मगर वकीलों ने पुलिस की बात नहीं मानी और वहीं जमकर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए लाठी चार्ज कर दिया था। उसके बाद से ही अधिवक्ता जिला जज को बर्खास्त करने और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे।
कोर्ट से प्रतिकूल आदेश न पारित करने का प्रस्ताव किया पास
बार सचिव अमित नेहरा के मुताबिक कई दिन से चल रही हड़ताल स्थगित होने की सूचना सभी वकीलों तक पूरी तरह से नहीं पहुंच पाएगी। इसलिए बार ने प्रस्ताव पास किया है कि न्यायिक अधिकारी मंगलवार और बुधवार को किसी अधिवक्ता के कोर्ट में उपस्थित नहीं होने पर प्रतिकूल आदेश न पारित करें।14 लाख से ज्यादा केस गाजियाबाद के विभिन्न कोर्ट में लंबित हैं। डेढ़ लाख से ज्यादा केसों में कचहरी में हड़ताल के कारण अगली तारीख लग चुकी है, वादकारियों को परेशानी हो रही है। 10 हजार केस रोजाना विभिन्न कोर्ट में सुनवाई के लिए लगते हैं।