विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। अमेरिका के कैलिफोर्निया में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को हिरासत में लिए जाने’ का भारत से जुड़े किसी आपराधिक केस से कोई कनेक्शन नहीं है।
हालाँकि शुरुआत में ये जानकारी आई थी कि अनमोल को भारत के किसी केस में पकड़ा गया है। लेकिन खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने साफ कर दिया है कि अनमोल को बीते गुरुवार को कैलिफोर्निया के सेक्रामेंटो में कस्टडी में लिया गया था। अमेरिका में उसके हिरासत में लिए जाने के पीछे स्थानीय कारण है।
सूत्रों के मुताबिक, उसके पास मिले दस्तावेजों में कुछ कमी पाई गई। जिसकी वजह से उसे हिरासत में लिया गया। अभी ये साफ नहीं की उस मामले में उसे बेल मिल गई है या वो अभी भी पुलिस कस्टडी में है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, अनमोल बिश्नोई को प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाए जाने की फिलहाल कोई संभावना नहीं है।
आईबी के सूत्रों ने बताया कि अनमोल बिश्नोई से पूछताछ के बाद अमेरिकी अधिकारी उसे हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के सिलसिले में पहले कनाडाई अधिकारियों को सौंप सकते हैं बाद में भारतीय अधिकारी उसे हिरासत में ले सकते हैं। अनमोल बिश्नोई एक खूंखार गैंगस्टर है और कई हाई-प्रोफाइल हत्या मामलों में भारत में वांछित है।
अनमोल पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के दर्ज दो मामलों के अलावा 18 अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
अनमोल बिश्नोई हत्या के एक मुकदमे में गिरफ्तारी के बाद अनमोल 7 अक्टूबर 2021 को जमानत पर रिहा हुआ था। साल 2023 में उसके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हुई, लेकिन फर्जी पासपोर्ट के जरिए वो भारत से बाहर भागने में सफल रहा। इसके बाद से ही वो अपने भाई लॉरेंस के बनाए गैंग का मुखिया बन गया। पिछले साल भारत से भाग गया था। अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद बिश्नोई गिरोह के संचालित आपराधिक नेटवर्क में एक प्रमुख नाम बन गया। अनमोल भारत में कई आपराधिक मामलों में वांछित है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की घटना और 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या शामिल है।
वह इस साल अक्टूबर में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में भी शामिल बताया जा रहा है। अनमोल बिश्नोई को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की ओर से उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने के कुछ सप्ताह बाद अमेरिका में हिरासत में लिया गया है। इसलिए भारतीय जाँच एजेंसी इस बात पर उत्साहित हैं की उसे प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाया जा सकेगा। लेकिन नई जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों में निराशा भर गई है।