विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । गाजियाबाद से आम जनता के लिए राहत वाली खबर है।कोर्ट में लाठीचार्ज के विरोध में चल रहे आंदोलन के अंतर्गत सड़क जाम नहीं करने का निर्णय लिया गया है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि मंगलवार को अराजक तत्वों ने वकीलों के आंदोलन की आड़ में एक कार में तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद हमने सड़क जाम करने का फैसला वापस लेने का निर्णय लिया है। सड़क पर प्रदर्शन और पुतला फूंककर हमें जो संदेश देना था दे दिया। जाम लगने से जनता परेशान होती है। हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहेगा।
कचहरी में धरने पर हैं अधिवक्ता
बार एसोसिएशन के सचिव अमित नेहरा ने बताया कि हमारा उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है। हम शांतिपूर्ण तैरीके से आंदोलन करते रहेंगे। रोजाना सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक कचहरी परिसर में धरना चलता रहेगा। उन्होंने एक हफ्ते से आंदोलन के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर रोष जताया है। अमित नेहरा ने कहा कि 16 नवंबर को महा सम्मेलन में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
क्या है पूरा मामला
29 अक्टूबर को गाजियाबाद जिला जज अनिल कुमार की कोर्ट में वकीलों के साथ हुई तीखी नोंकझोक के बाद पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज कर दिया गया था। कोर्ट रूम में लाठीचार्ज के बाद गाजियाबाद समेत पूरे प्रदेश और यहां तक की दिल्ली के अ‌धिवक्ता भी आक्रोशित हो गए।इस घटना के विरोध में वकील चार नवंबर से हड़ताल पर चले गए। गाजियाबाद के वकील उसी दिन से हड़ताल कर धरने पर बैठे हैं। गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मेरठ, हापुड़, अमरोहा और मुरादाबाद समेत 22 जिलों के अधिवक्ता बेमियादी हड़ताल पर हैं।