विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव धर्मेंद्र कुमार को पत्र लिखा है. आयोग ने निर्देश दिया है कि दिल्ली सरकार में तैनात अधिकारी और कर्मचारी जिनकी गृह जिले में पोस्टिंग है, उनका तबादला गृह जिले से बाहर किया जाए.
आयोग ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चुनाव कार्य में लगे अधिकारियों की पोस्टिंग के संबंध में भी जानकारी मांगी है. साथ ही, यह भी कहा है कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की एक ही जगह तीन साल या इससे अधिक पोस्टिंग हो चुकी है उनका भी तबादला किया जाए.
6 जनवरी को चुनाव आयोग प्रकाशित करेगा फाइनल वोटर लिस्ट : विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अभी दिल्ली में चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में संशोधन का काम चल रहा है. अगले साल 6 जनवरी को चुनाव आयोग फाइनल वोटर लिस्ट प्रकाशित करेगा. चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी और दिल्ली के मुख्य सचिव को जो पत्र लिखा है उसमें खासतौर से गृह जिले में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों का जितना जल्दी हो सके ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं. इस श्रेणी में जिला चुनाव अधिकारी, एआरओ और एसडीएम को भी शामिल किया गया है. एमसीडी कर्मचारी और अधिकारी को भी गृह जिले से बाहर ट्रांसफर करने के निर्देश दिए गए हैं, इसकी पुष्टि एमसीडी के कमिश्नर अश्विनी कुमार ने की है.
दिल्ली में बनाए जा रहे 13 हज़ार से अधिक पोलिंग बूथ : दिल्ली के अलग-अलग जिलों को मिलाकर कुल 13 हज़ार से अधिक पोलिंग बूथ हैं. जहां पर मतदान के दिन मतदाता वोट डालते हैं. यहां पर सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है. पिछले एक साल में दिल्ली में मतदाताओं की संख्या में करीब 5 लाख की बढ़ोतरी हुई है. चुनाव प्रक्रिया आसानी से और निष्पक्ष तरीके से हो सके इसके लिए चुनाव आयोग ने अधिकारियों के ट्रांसफर के आदेश दिए हैं. दिल्ली सरकार और नगर निगम को मिलाकर कुल स्थायी कर्मचारियों की संख्या 1.25 लाख है.