विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सीनियर नेता और पांच बार के विधायक मतीन अहमद ने आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन कर ली है। मतीन अहमद, जो कि सीलमपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के पांच बार के विधायक रहे हैं, कांग्रेस से इस्तीफा देकर AAP में शामिल हो गए हैं।
पारिवारिक जुड़ाव का भी असर मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर और बहू शगुफ्ता चौधरी पहले ही आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके थे। शगुफ्ता चौधरी दिल्ली की एक सक्रिय पार्षद भी हैं। अब मतीन अहमद का आम आदमी पार्टी में शामिल होना पार्टी के लिए और भी बड़ा कदम माना जा रहा है, क्योंकि खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।
केजरीवाल ने मतीन अहमद को पार्टी में शामिल किया आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मतीन अहमद को पार्टी में शामिल करने के लिए खुद उनके घर जाकर उन्हें आमंत्रित किया। इस मौके पर दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद थे। अरविंद केजरीवाल के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया कि मतीन अहमद के परिवार को आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से टिकट मिलने की संभावना है।
कांग्रेस के लिए राजनीतिक क्षति यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है, क्योंकि मतीन अहमद जैसे सीनियर नेता का पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में जाना दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति को कमजोर कर सकता है। मतीन अहमद का सीलमपुर सीट पर प्रभाव और उनका लंबे समय तक विधायक रहना कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण नुकसान साबित हो सकता है, खासकर जब पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।