विशेष संवाददाता
मुम्बई । अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर 6 राउंड फायरिंग की गई। गोली उनके सीने में लगी। गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत हो गई। सूत्रों की माने तो बाबा सिद्दीकी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कराई है। गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। चूंकि बाबा सिद्दीकी को ऑफिस के बाहर गोली मारी गई है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि ऑफिस के बाहर हत्या होने तक वास्तव में क्या हुआ? आइए जानते हैं-
कार्यालय से कार की दूरी के बीच वारदात
दरअसल बाबा सिद्दीकी और जीशान सिद्दीकी नौ बजे तक बांद्रा स्थित अपने खेरवाली ऑफिस में थे। साढ़े नौ बजे के बीच दोनों एक साथ घर जाते थे। हालांकि अचानक जीशान सिद्दीकी का फोन आया तो जीशान सिद्दीकी सबसे पहले ऑफिस से बाहर निकले। कार्यालय से निकलने के पांच मिनट बाद बाबा सिद्दीकी हमेशा की तरह अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हुए उसी कार्यालय से निकले। सिद्दीकी की कार कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर खड़ी थी।
धमाके के बीच की गोलीबारी
ऐसे में बाबा सिद्दीकी वहां कार्यकर्ताओं से मिल रहे थे। तभी अचानक एक बम फट गया। कार्यकर्ताओं को लगा कि दुर्गा माता उत्सव चल रहा है। इसलिए पटाखे फोड़े जा रहे हैं। हालांकि आसपास कोई देवी का पंडाल नहीं था। ऐसे में भारी हंगामा हुआ और कार्यकर्ता उस ओर दौड़े जहां से आवाज आई थी। वहीं बम के विस्फोट से भारी धुंआ हुआ और जोरदार गोलियों की आवाजें आने लगीं।
धुएं के कारण दिया चकमा
धुएं के कारण खांसी और आंखों में जलन होने लगी। ऐसे में वास्तव में क्या करें? कार्यकर्ताओं को इस बात का ध्यान नहीं रहा। उस वक्त बाबा सिद्दीकी कार में खून से लथपथ पड़े थे। यह देखकर मौके पर हड़कंप मच गया। आसपास के कार्यकर्ताओं ने उन्हें पास के लीलावती अस्पताल पहुंचाया। हालांकि दुर्भाग्य से सीने में गोली लगने के कारण बाबा की मौत हो चुकी थी।
हमलावरों के पास अत्याधुनिक पिस्तौल
हमले के दौरान एक गोली बाबा सिद्दीकी के साथ आए व्यक्ति के पैर में लगी। साथ ही दो गोलियां बाबा सिद्दीकी की कार पर लगीं। बाबा सिद्दीकी की कार बुलेटप्रूफ थी। हालांकि गोली फिर भी शीशे में घुस गई। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि हमलावरों के पास अत्याधुनिक पिस्तौल रही होगी।
हमले के समय कहां था सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल
बाबा सिद्दीकी को हमले से एक पखवाड़े पहले पुलिस ने Y लेवल की सुरक्षा दी थी। इसके तहत बाबा सिद्दीकी के साथ एक पुलिस कांस्टेबल तैनात किया गया था। हालांकि फायरिंग के दौरान ये पुलिसकर्मी कहां थे और असल में क्या हुआ? इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली हत्या की जिम्मेदारी
सोशल मीडिया पर गैंग के सदस्य का एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य ने दावा किया है कि वे एक्टर सलमान खान से कोई जंग नहीं चाहते थे। लेकिन बाबा सिद्दीकी की हत्या की वजह उनका दाउद इब्राहिम और अनुज थापन के साथ जुड़ाव था।
सियासत और बॉलीवुड दोनों में पकड़ रखते थे बाबा सिद्दीकी
इस घटना के कुछ ही देर बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा सिद्दीकी के निधन की पुष्टि कर दी। बाबा सिद्दीकी पिछले तीन से चार दशक से राजनीति में सक्रिय थे और 16-17 साल की उम्र से ही अधिकांश समय कांग्रेस से जुड़े रहे थे। क़रीब 48 साल से कांग्रेस में रहे बाबा सिद्दीकी इसी साल फरवरी में एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे। बाबा सिद्दीकी की पकड़ जितनी सियासत में थी, उतनी ही बॉलीवुड में बताई जाती है। 30 सितंबर 1958 को पैदा हुए बाबा की शिक्षा बी. कॉम तक थी।
1992 और 1997 में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर मुंबई सिविक बॉडी के लिए कॉर्पोरेटर चुने गए थे। साल 1999 में उन्होंने बांद्रा वेस्ट से विधानसभा चुनाव चला और पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। इसके बात वो 2014 तक लगातार विधायक चुने जाते रहे। नवंबर 2004 से दिसंबर 2008 तक महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार में वो खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। 2014 से बाबा सिद्दीकी मुंबई कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष थे। साल 2014 में बाबा सिद्दकी को बीजेपी के आशीष शेलार ने हरा दिया था। इसके बाद उन्होंने अपना ध्यान बांद्रा ईस्ट पर केंद्रित किया। 2017 में ईडी ने बांद्रा में बाबा सिद्दीकी से जुड़े ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रेड मारी थी। इसके बाद से वह सियासी रूप से बहुत सक्रिय नहीं थे और उनके बेटे ज़ीशान ही ज़्यादा सक्रिय थे जो 2019 में बांद्रा ईस्ट से जीते।
बाबा सिद्दीकी की इफ़्तार पार्टी
बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड में अपनी क़रीबी की वजह से भी अक्सर सुर्ख़ियों में रहते थे। वो 15 साल तक बांद्रा वेस्ट से विधायक रहे. इसी इलाक़े में कई बॉलीवुड हस्तियां रहती हैं। हर साल रमज़ान के महीने में बाबा सिद्दीकी की इफ़्तार पार्टी चर्चा में रहती थी। उनकी इफ़्तार पार्टी में राजनेताओं के अलावा बॉलीवुड की बड़ी हस्तियां शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, सलमान ख़ान से लेकर संजय दत्त तक आते थे। ऐसा माना जाता है कि जब शाहरुख़ ख़ान और सलमान ख़ान के बीच सालों मनमुटाव चलता रहा, तो उसे ख़त्म करवाने में बाबा सिद्दीकी की अहम भूमिका रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और जाने-माने अभिनेता सुनील दत्त से भी बाबा सिद्दीकी की क़रीबी रही थी। संजय दत्त और प्रिया दत्त से भी सिद्दीकी परिवार के भरोसे वाले संबंध रहे हैं।
एक्शन में मुंबई पुलिस
मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के बताया जाता है कि बाबा सिद्दीकी को 10-15 दिन पहले धमकी मिली थी. इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा कर वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. बाबा सिद्दीकी को 10-15 दिन पहले धमकी मिली थी। इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा कर वाई श्रेणी कीसुरक्षा दी गई थी। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों का नाम सामने आ रहा है। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है दोनों कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले थे। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड फिलहाल नहीं मिला है। दोनों सामान्य परिवार के हैं और मजदूरी करने मुंबई गए थे। दोनों के बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। हत्याकांड की जाँच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। करीब 15 टीमें गठित की गई हैं।
हत्याकांड के आरोपियों का बैकग्राउंड
शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा गौतम पुत्र बालकिशुन उर्फ ननकुन्ने। शिवा दो भाइयों में छोटा भाई है। पिता खेती और मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। शिवा की शादी नहीं हुई है। धर्मराज कश्यप पुत्र राधे कश्यप, छः भाइयों में सबसे छोटा भाई है। पिता मछली बेचता है और बड़ा भाई मछली भी बेचता है। दूसरा भाई ठेला लगाता है। तीसरा भाई कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है साथ ही और भी भाई मजदूरी करते हैं। चार बड़े की भाई शादी हो गई है। धर्मराज और एक और भाई की शादी नहीं हुई है। इन लोगों के पास खेती न के बराबर है।
सोशल मीडिया पोस्ट कर लॉरेन्स विश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स ने एक पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में कहा गया है कि जो सलमान खान और दाऊद की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना। इस पोस्ट की मुंबई क्राइम ब्रांच जांच करेगी। फेसबुक पर शुभु लोनकर नाम के शख्स के इस पोस्ट में कहा गया, सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे, लेकिन तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया. पोस्ट में आगे कहा गया, आज बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बनाए जा रहे हैं, एक टाइम में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था. इसके मरने का कारण अनुज थापन और दाऊद को बॉलीवुड, राजनीति, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था।
पोस्ट में क्या कहा गया?
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस पोस्ट में कहा गया, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा के रखना। पोस्ट में धमकी भरे अंदाज में कहा गया, हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे। हमने पहले वार कभी नहीं किया। इस पोस्ट में आखिर में हैशटैग भी लगाया गया. हैशटैग लगा कर लिखा गया, लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप, अनमोल बिश्नोई, अंकित भादू शेरेवाला।
कौन है शुभु लोंकर?
इस पोस्ट के सामने आने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं कि जिस सोशल मीडिया अकाउंट से यह पोस्ट शेयर किया गया वो शख्स कौन है। सूत्रों के मुताबिक, ये फेसबुक हैंडल जिस शुभु लोंकर का है उसका असली नाम शुभम लोंकर हो सकता है। शुभम लोंकर को इसी साल फरवरी के महीने में महाराष्ट्र पुलिस ने अकोला से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। इसी के बाद पुलिस की जांच में शुभम लोंकर का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से सामने आया था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसकी बात विदेश में बैठे लॉरेंस के करीबी अनमोल बिश्नोई से होती है। दोनों वीडियो कॉल के जरिये भी बात करते थे। साथ ही पुलिस की जांच में उस वक्त शुभम लोंकर ने ये भी कबूल किया था कि उसकी बात वीडियो कॉल के जरिये लॉरेंस बिश्नोई से भी हो चुकी है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुलिस तीन एंगल को लेकर जांच कर रही है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम भी सामने आ रहा है। बाबा सिद्दीकी एक्टर सलमान खान के काफी करीबी थी। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में आरोपियों के बिश्नोई गैंग से संबंध होने की आशंका है। सूत्र बताते है की आरोपी पिछले 25-30 दिनों से वारदात के इलाके की रेकी कर रहे थे। तीनो आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट शूटिंग स्पॉट पहुंचे और फिर बाबा सिद्दीकी के वहां पहुंचते ही फायरिंग की।