विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। हिंडन मोक्षस्थली स्थित पोस्टमार्टम हाउस में अब शवों को डीप फ्रीजर में नहीं रखा जाएगा। मंगलवार को आठ डीप फ्रीजर हटा दिए गए है। रोटरी क्लब के सहयोग से कोल्ड रूम बनकर तैयार हो गया है। मंगलवार को इसका उद्घाटन सांसद अतुल गर्ग द्वारा किया गया।
इस मौके पर उन्होनें कहा कि स्वयं सेवी संगठनों की मदद से सरकारी इंतजामों में बेहतर सुधार संभव है। पहली बार किसी संस्था ने पोस्टमार्टम हाउस को बेहतर बनाने की बीड़ा उठाया है। कोल्ड रूम बनने से शवों की दुर्गति नहीं होगी। बार-बार डीप फ्रीजर के खराब होने की समस्या का भी स्थायी समाधान हो गया है।
एम्स की तर्ज पर बना कोल्ड रूम
स्वास्थ्य विभाग ने एम्स की तर्ज पर कोल्ड रूम बनावाया है। इस कोल्ड रूम में 20 शव रखने का इंतजाम किया गया है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति के साथ ही जरनेटर की व्यवस्था भी की गई है। पोस्टमार्टम हाउस के लिए अलग से एक नोडल अधिकारी के रूप में एसीएमओ डा. अमित विक्रम सिंह और फारेंसिंक विशेषज्ञ डा. बिशन मान की तैनाती भी कर दी गई है।
निशुल्क शव वाहन के अलावा एंबुलेंस का भी इंतजाम
- पोस्टमार्टम हाउस में पिछले कई साल से आठ डीप फ्रीजर लगे थे। अधिक शव आने पर अव्यवस्था होती थी
- अंदर और बाहर साफ सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं रहती थी।
- पोस्टमार्टम के बाद शवों को घर तक के लिए प्राइवेट एंबुलेंस चालकों द्वारा मनमाना शुल्क वसूला जाता है।
- लावारिश शवों की कई बार इधर उधर जमीन पर रखना पड़ता था। अब ऐसा नहीं होगा।
- प्रतिदिन औसतन पांच से 12 शवों का पोस्टमार्टम होता है।
- पिछले एक साल में यहां पर दो हजार से अधिक शवों का पोस्टमार्टम किया गया हैं
- पोस्टमार्टम हाउस में लगाए गए आठ डीप फ्रीजर हटवा दिए गए हैं। कोल्ड रूम चालू हो गया है। इसमें 20 शवों को सुरक्षित रखने का इंतजाम है। बेहतर और अत्याधुनिक तकनीकी आधारित एसी लगाकर इस कमरे को 24 घंटे ठंडा रखा जाएगा।
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन के मुताबिक ,स्वास्थ्य विभाग की मंशा है कि पोस्टमार्टम हाउस के अंदर और बाहर साफ सफाई 24 घंटे रहे। लाइट भी जलती रहें। यहां पर निश्शुल्क शव वाहन के अलावा एंबुलेंस का भी इंतजाम कराया जा रहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखकर सीसीटीवी भी लगाये जाएंगे।