विशेष संवाददाता
औरैया। योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक दिन पहले 11 सितबंर को जिन 17 आईपीएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की थी, उनमें औरैया के एसपी चारू निगम का नाम भी शामिल है। उन्हें 47वें वाहिनी पीएसी गाजियाबाद का सेनानायक बनाया गया है। अपने 27 महीने के कार्यकाल में वह लगातार चर्चा में बनी रहीं। औरैया में सराफा व्यापारी से लूटी गई 50 किलोग्राम चांदी को दारोगा के सरकारी आवास से बरामद करने की घटना को लेकर इनकी काफी तारीफ हुई थी। ट्रांसफर लिस्ट आने के बाद चारू निगम औरैया के एक वृद्धाश्रम पहुंची। वहां रह रहे बुजुर्गों ने उनको विदाई दी। इस दौरान चारू निगम अपनी भावनाएं नहीं छिपा पाईं। उनकी आंखों में आंसू आ गए। सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एसपी चारू निगम अपने आंसू पोछती हुई नजर आ रही हैं।
आईपीएस चारू निगम पहली बार तब चर्चा में आई थीं जब वह 2017 में गोरखपुर में बतौर एएसपी के तौर पर तैनात थीं। उस दौरान शराब की एक दुकान बंद कराने को लेकर तत्कालीन बीजेपी विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल से चारू निगम की तीखी बहस हुई थी। इसका एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें राधामोहन दास चारू निगम को डांटते नजर आ रहे थे। इसको लेकर विधायक को काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा था। आम जनता ने चारू निगम का समर्थन किया था।
36 घंटे के भीतर बच्चे को ढूंढ निकाला
गोरखपुर की एक और घटना से चारू निगम ने लोगों के दिल में अपनी जगह बना ली थी। दरअसल, मझगांवा गांव की रहने वाली आरती को मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में भर्ती कराया गया था। आरती ने बच्चे को जन्म दिया। आरती की तीमारदारी में ननद सुमन भी अपने आठ महीने के बेटे राजीव को लेकर आई थी। अगली सुबह बच्चा राजीव मेडिकल कॉलेज से गायब हो गया। एएसएसपी चारू निगम के नेतृत्व में पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए राजीव को 36 घंटे के भीतर पुलिस ने खोज निकाला। पुलिस ने बच्चा चुराने वाली महिला तबस्सुम को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना को लेकर चारू निगम की बड़ी तारीफ हुई है।